फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में पेलांटी शूटआउट में अर्जेंटीना ने यह मैच 4-2 से फ़्रांस से जीत लिया। लेकिन अर्जेंटीना के लिए ये जीत आसान नहीं थी| फ्रांस ने अर्जेंटीना को कड़ी टक्कर दी। फ्रांस की हार के बाद खिलाड़ियों के साथ-साथ प्रशंसकों की आंखों में भी आंसू आ गए। साथ ही हार के बाद फ्रांस में कुछ प्रशंसकों का सब्र टूट गया| फीफा में टीम की हार के बाद फ्रांस के कई शहरों से दंगे की खबरें आ रही हैं|
स्थानीय मीडिया के अनुसार, अर्जेंटीना से हारने के बाद, पेरिस में हिंसा हुई, जिसमें प्रशंसकों ने तोड़-फोड़ की और वाहनों में आग लगा दी। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
फीफा विश्व कप फाइनल के लिए फ्रांस के विभिन्न शहरों में हजारों लोग सड़कों पर उतरे। फ्रांस में कई जगह वर्ल्ड कप फाइनल देखने के लिए बड़ी स्क्रीन पर मैच लाइव देख रहे थे| इस बीच, मैच में फ़्रांस की पकड़ कमजोर होने लगी। साथ ही फैंस की चिंताएं भी बढ़ती जा रही थीं। अंत में करीबी मुकाबले में फ्रांस की हार हुई और फैंस को निराशा हाथ लगी।
स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई क्योंकि पेनल्टी शूटआउट में फ्रांस को हार का सामना करना पड़ा। कई शहरों से हिंसा की खबरें आ रही हैं। पेरिस के अलावा ल्योन में भी पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, जहां प्रशंसकों ने वाहनों में भी आग लगा दी। पुलिस के लिए प्रशंसकों पर लगाम लगाना बड़ी चुनौती थी।
फीफा विश्व कप का फाइनल कतर के लुसैल स्टेडियम में खेला गया। अर्जेंटीना ने इस फाइनल मैच में फ्रांस को 4-2 से हराया। इस मैच का फैसला पेनल्टी शूटआउट से हुआ। निर्धारित मैच समय की समाप्ति पर स्कोर 3-3 से बराबरी पर था। एम्बाप्पे ने फ्रांस के लिए हैट्रिक बनाई, जबकि लियोनेल मेसी ने दो गोल किए। अर्जेंटीना ने 36 साल के सूखे को खत्म करते हुए पेनल्टी शूटआउट में विश्व कप जीता।
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