औरंगाबाद शहर के पास कचनेर स्थित चिंतामणि पार्श्वनाथ मंदिर से दो किलो सोने की मूर्ति चोरी होने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है| चोरों ने सोने जैसी दिखने वाली दूसरी मूर्ति रखकर असली मूर्ति को लूट लिया। यह घटना तब सामने आई जब मूर्ति का रंग फीका पड़ने लगा। विशेष रूप से मूर्ति के रखरखाव के लिए सशस्त्र सुरक्षा गार्ड, लोहे के गेट और सीसीटीवी लगाए गए थे। फिर भी चोर मूर्ति चुराने में सफल हो गए। इस घटना से नागरिक आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार नवंबर माह में कचनेर स्थित चिंतामणि पार्श्वनाथ मंदिर में पंचकल्याणक उत्सव का आयोजन किया गया था| इस मौके पर चातुर्मास में आए सौभाग्य सागर महाराज ने समाज से सोने की मूर्ति स्थापित करने की अपील की। समुदाय के लोगों ने इस अपील का जवाब दिया। उसके बाद 2 किलो 33 ग्राम सोना इकट्ठा किया। उसमें से एक मूर्ति स्थापित की गई।
मूर्ति की सुरक्षा के लिए सशस्त्र सुरक्षा गार्ड, लोहे के गेट और सीसीटीवी लगाए गए थे। श्रद्धालु नियमित रूप से दर्शन कर रहे थे। पूजा चल रही थी। लेकिन पिछले कुछ दिनों से मूर्ति का रंग फीका पड़ने लगा। जिससे शक पैदा हुआ। शनिवार को निरीक्षण करने पर स्पष्ट हुआ कि यह असली सोने की नहीं बल्कि पीतल की मूर्ति है। ऐसा तब भी हुआ जब मंदिर में कड़ी सुरक्षा थी। इसी बीच पता चला है कि सीसीटीवी बंद है।
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