कंझावला कांड में शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है जिसमें दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। लेकिन युवती के शव का पोस्टमार्टम करते समय डॉक्टर भी असहाय दिखे। दरअसल घटना में 13 किलोमीटर तक घिसटने के कारण शरीर के कई अंग खत्म हो गए हैं। शरीर का निचला हिस्सा बुरी तरह से क्षत-विक्षत है। शरीर पर चोट के गंभीर निशान हैं। ऐसे हालत में दुष्कर्म होने या न होने का ठोस प्रमाण मिल पाना बहुत मुश्किल रहा। वहीं आगे की जांच के लिए डॉक्टरों ने जीन और स्वाब सुरक्षित रख लिए हैं। घिसटने के कारण दाहिने पैर के घुटने के नीचे का हिस्सा बुरी तरह से नष्ट हो गया है। सिर के पीछे का हिस्सा, हिप व रिम्प भी बुरी तरह से घिसे हैं।
मंगलवार, 3 जनवरी दोपहर को डॉक्टरों ने शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। सिर, रीढ़ की हड्डी में चोट लगने से अत्यधिक रक्तस्राव हुआ है और इससे उसकी मौत हो गई। इसके अलावा उसके बाईं जांघ की हड्डी और निचले धड़े में गंभीर चोट लगी थी और निचले धड़े में मौत से पहले बहुत खून निकला था। घटना के बाद शव क्षत विक्षत है। ऐसे में दुष्कर्म हुआ या नहीं इस बारे में स्पष्ट रूप से कह पाना मुश्किल है। सूत्रों का कहना है कि स्पष्टता के लिए डीएनए जांच भी की जाएगी।
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