इसी बीच नागरिकों ने 112 पर पुलिस को फोन किया तो धूमे ने पुलिस से धक्का-मुक्की भी की। धूमे ने मुझे गाली देते हुए कहा कि मैं पुलिस कमिश्नर का करीबी हूं। उस दिन हुई पूरी घटना घर में लगे कैमरे में कैद हो गई। एक वीडियो सामने आया है,जिसमें पुलिस की गाड़ी अफरा तफरी मचाती दिख रही है। इस पूरी घटना के बाद औरंगाबाद शहर गरमाया हुआ था| एसीपी धूमे के निलंबन की मांग जोर पकड़ रही थी। नागरिकों में भारी रोष था। आखिरकार गृह विभाग को नागरिकों के आगे झुकना पड़ा। गृह विभाग ने एसीपी धूमे को निलंबित करने का आदेश दिया है।
पुलिस अधिकारी धूमे को तुरंत निलंबित नहीं किया गया था, लेकिन एमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने 20 जनवरी को शहर बंद का आह्वान किया था। साथ ही विधान परिषद में विपक्षी दल के नेता अंबादास दानवे ने भी धूमे के निलंबन के लिए अथक प्रयास किए| इसके बाद आखिरकार गृह विभाग ने धूमे को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है।
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