प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जनवरी को मुंबई का दौरा किया। उन्होंने बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स मैदान में जनसभा की| इस मुलाकात से पहले ही आरोपी प्रधानमंत्री की सुरक्षा में सेंध लगाकर मौके पर पहुंच गए। उसने एनएसजी कमांडो होने का दावा करते हुए वीवीआईपी इलाके में घुसपैठ की कोशिश की। इस संदिग्ध का नाम रामेश्वर मिश्रा है। मिश्रा ने नाईक होने का झूठा दावा कर सेना की ‘गार्ड्स रेजीमेंट’ में प्रवेश ले लिया। वह बैठक में महत्वपूर्ण व्यक्तियों तक पहुंच बनाने की कोशिश कर रहा था।
पता चला है कि पहचान पत्र के रिबन पर ‘दिल्ली पुलिस सुरक्षा (पीएम)’ लिखा हुआ है| जब यह स्पष्ट हो गया कि उसका पहचान पत्र फर्जी है, तो पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उन्हें बांद्रा कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को 24 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।
प्रधानमंत्री के सभा स्थल पर घुसने के दूसरे प्रयास में एक अन्य व्यक्ति को एक रिवाल्वर और चार राउंड के साथ गिरफ्तार किया गया। सभा स्थल में प्रवेश करने की कोशिश करते हुए, उन्हें संदेह के आधार पर पुलिस ने हिरासत में लिया। उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से एक रिवाल्वर व चार जिंदा कारतूस बरामद हुए|
हिरासत में मौत सभ्य समाज के सबसे बदतर अपराधों में से एक: हाईकोर्ट