कल पेश होने वाला केंद्रीय बजट शेयर बाजार को नई दिशा दे सकता है। ऐसे में शेयर बाजार के निवेशक बजट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस बजट में की गई कुछ घोषणाओं से निवेश पर रिटर्न और बाजार निवेशकों के मुनाफे में इजाफा हो सकता है। इनमें लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (LTCG) लेवी लिमिट में बदलाव अहम है।
केंद्रीय बजट पेश होने में कुछ ही घंटे बचे हैं|वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार 1 फरवरी को बजट पेश करेंगी| ऐसे में वे भी इस तरह की घोषणा कर सकते हैं। जो शेयर बाजार को दिशा दे सकता है। ऐसे में शेयर बाजार के निवेशक बजट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
निवेशकों के लिए बजट में कुछ घोषणाएं हो सकती हैं, जिससे उनका निवेश पर रिटर्न और मुनाफा बढ़ सकता है। अगर बजट से शेयर बाजार को कुछ सहारा मिलता है तो अगले साल बाजार नई ऊंचाई को छू सकता है।
सूचीबद्ध शेयरों पर दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ की कराधान योजना 2018 में बदल दी गई थी। वर्तमान में 1 लाख रुपये तक की राशि पर कोई दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ कर नहीं है। इससे ऊपर की किसी भी राशि पर 10 फीसदी की दर से टैक्स लगेगा। निवेशक इस सीमा में बदलाव चाहते हैं।
निवेशकों को 2020 से डिविडेंड इनकम पर टैक्स देना होगा। यह कर ‘अन्य स्रोतों से आय’ के रूप में लगाया जाता है। लाभांश पर कर को कम करने की मांग बढ़ रही है क्योंकि एक निवेशक संगठन या कंपनी पहले से ही अपने लाभ पर कर चुकाती है।
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