वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए मुंबई नगर निगम का 52,619 करोड़ का बजट बीएमसी कमिश्नर आई.एस.चहल के नेतृत्व में पेश किया जाएगा। आगामी बजट में मुंबई के विकास के लिए 27 हजार 247 करोड़ 80 लाख रुपये का वित्तीय प्रावधान किया गया है।
बजट में सौंदर्यीकरण, प्रदूषण, पर्यावरण, ब्रिज, आधुनिक हॉस्पिटल, रोड, एसटीपी प्रोजकेट, मियावाकी वन योजना, उद्यान और पर्यटन स्थलों के विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। बीएमसी मुंबईकरों के लिए के मूलभूत सुविधाएं जैसे पानी, सड़क, साफ-सफाई की व्यवस्था करती है। साथ ही स्वास्थ्य, परिवहन, ब्रिज, फ्लाइओवर, टूरिज्म, शिक्षा और गॉर्डन जैसी सुविधा भी उपलब्ध कराती है। वहीं इस पर खर्च के लिए बीएमसी के वार्षिक बजट में प्रावधान होता है।
बीएमसी के पास फिलहाल लगभग 1 लाख करोड़ का फिक्स डिपॉजिट है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के ड्रीम प्रॉजेक्ट मुंबई के सौंदर्यीकरण के लिए क्या चहल फिक्स डिपॉजिट तोड़ेंगे, यह देखने वाली बात होगी। दरअसल पिछले बजट में फिक्स डिपॉजिट को तोड़ कर विकास कार्यों पर पैसा खर्च किया गया था।
मुंबई नगर निगम हॉल न होने के कारण वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए नगर निगम का बजट निगम के अपर आयुक्त पी. वेलरासू ने शनिवार 4 फरवरी को पहली बार इसे प्रशासक व नगर निगम आयुक्त इकबाल सिंह चहल के समक्ष पेश किया। वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में इस बार बजट का साइज 7 हजार करोड़ रुपए है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में बजट का आकार 45 हजार 949 करोड़ 21 लाख रुपये था। 2023-24 की साइज़ 52 हजार 619 करोड़ 7 लाख रुपये पर पहुंच गई है।
हालाँकि, बजट में मौजूदा राजस्व स्रोतों से राजस्व बढ़ाने, राजस्व वृद्धि के नए स्रोतों की खोज करने और व्यय को नियंत्रित करने पर जोर दिया गया है। बीएमसी का बजट देश के 8 राज्यों के बजट से बड़ा होता है। इनमें त्रिपुरा, नागालैंड, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, सिक्किम और गोवा जैसे राज्य शामिल हैं।
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