एक ओर जहां भारत में बीबीसी के दिल्ली मुंबई के कार्यालयों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है। वहीं दूसरी ओर, ब्रिटेन के सांसद ने बीबीसी की डाक्यूमेंट्री को मामले को बढ़ा चढ़ा कर बताने वाला करार दिया है। जिसकी वजह से भारत में विवाद खड़ा हुआ है। विपक्ष सरकार को इस मामले में घेर रहा है। जबकि,मोदी सरकार ने इस डाक्यूमेंट्री को बैन कर दिया है। मंगलवार को बीबीसी के ऑफिस में हुई कार्रवाई को विपक्ष इस मामले से जोड़कर देख रहा है।
गौरतलब है कि ब्रिटेन के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा है कि बीबीसी डाक्यूमेंट्री ब्रिटिश सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। यह डाक्यूमेंट्री विवादित मामले को बढ़ा चढ़ाकर प्रदर्शित की गई है। उन्होंने कहा कि डाक्यूमेंट्री एक हैचेट जॉब है। विवादित दो भागों वाली यह डाक्यूमेंट्री भारत में विवाद पैदा की है। बता दें कि यह डाक्यूमेंट्री 2002 में गुजरात में हुए दंगे को लेकर बनाई गई है।
जबकि इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना चुकी है। यह मामला 22 साल पुराना है। वहीं बीबीसी डाक्यूमेंट्री को लेकर कहा जा रहा है की सरकार को बदनाम करने के लिए प्रचार का हथकंडा है। ब्रिटिश सांसद ने कहा कि बीबीसी डाक्यूमेंट्री खराब पत्रकारिता का परिणाम है। खराब शोध किया गया और पूरी तरह यह अनुचित है। चीन भारत को घेरने का प्रयास कर रहा है। वहीं भारत सरकार ने बीबीसी डाक्यूमेंट्री प्रचार का टुकड़ा बताते हुए उस पर बैन लगा दिया था।
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