रूस और यूक्रेन के बीच पिछले एक साल से युद्ध जारी है। रूस जहां अब भी यूक्रेन पर हमला कर रहा है, वहीं दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अचानक यूक्रेन के दौरे पर आ गए हैं। उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से मुलाकात की है| बाइडेन द्वारा अपनाई गई चौंकाने वाली रणनीति के कारण दुनिया भर में इसके चर्चे शुरू हो गए हैं। दोनों देशों के प्रमुखों के बीच बैठक के बाद बड़े ऐलान किए जाने की संभावना है।
राष्ट्रपति जो बाइडेन की यूक्रेन यात्रा को गोपनीय रखा गया था। अब जब बाइडेन यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंच गए हैं तो संभावना है कि यूक्रेन को नई मदद मिलेगी। बाइडेन ने ऐलान किया है कि अमेरिका यूक्रेन के साथ है। बाइडेन ने कहा कि यूक्रेन को इसी तरह मदद मिलती रहेगी। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति के दौरे पर खुशी जाहिर की है|उन्होंने जोर देकर कहा कि यह यूक्रेन के लिए अमेरिका का खुला समर्थन है।
इस दौरे को लेकर अमेरिका की ओर से बयान जारी किया गया है। यह स्पष्ट किया गया है कि रूस के साथ युद्ध के दौरान अमेरिका कैसे और किस स्तर पर यूक्रेन की मदद करने जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन को लगा था कि वह यूक्रेन को आसानी से हरा देंगे।
पश्चिम में एकता नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि पुतिन गलत थे। उन्होंने यह भी कहा कि वह यूक्रेन की मदद के लिए कुछ और घोषणाएं करेंगे। इसमें हथियारों से लेकर अन्य जरूरत का सामान शामिल है। अमेरिका ने उन तमाम देशों को भी आगाह किया है जो इस जंग में पर्दे के पीछे से रूस की मदद कर रहे हैं।
रूस का यूक्रेन के खिलाफ हवाई हमले जारी है। जेलेंस्की ने इन हवाई हमलों का मुकाबला करने के लिए मदद की अपील की थी। यूक्रेन को उन्नत हथियारों की जरूरत है। ज़ेलेंस्की ने कहा, “हम किसी भी परिस्थिति में आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।”
अब बाइडेन के सीधे यूक्रेन में प्रवेश करने से कहा जा रहा है कि उन्हें अमेरिका से बड़ी मदद मिलेगी। यूक्रेन को अमेरिका से हवाई निगरानी रडार मिलने की संभावना है। इसलिए यूक्रेन के लिए हवाई हमलों का सामना करना आसान होगा।
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