तुर्की में आये भूकंप में गए भारत का बचाव दल एनडीआरएफ लौट आया। पीएम मोदी ने इन जवानों से मुलाक़ात की और उनके अनुभव जाने। जवानों ने पीएम मोदी को बताया कि तुर्की के लोगों उनके कार्यों की खूब तारीफ़ की। जब वे वापस लौट रहे तो तुर्की के लोगों ने रोते हुए उन्हें विदा किया। इस दैरान पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी आपदा में जब भारतीय दल पहुंचता है तो वहां के लोगों का भरोसा बढ़ जाता है।
एनडीआरएफ कर्मियों ने बताया कि जब हम वापस अपने देश लौट रहे तो तुर्की के लोगों उनका रोते हुए विदा किया। एक जवान ने पीएम मोदी को अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि मै वहां राउंड ले रहा था एक मरीज के परिजन समझ गए कि मै कमांडिंग ऑफिसर हूं।उन्होने ने हाथ पकड़कर चूमा। उसके उन्होंने पूछा कि इसका मतलब समझते हैं। तो मैंने कहा हां, आप मुझे सम्मान दे रहे हैं। लेकिन मरीज के परिजन ने कहा नहीं, आप मेरे लिए पिता के समान हैं।
I will always remember this interaction with those who took part in ‘Operation Dost.’ pic.twitter.com/RYGDuEn6wW
— Narendra Modi (@narendramodi) February 21, 2023
जबकि, एक महिला जवान ने बताया कि तुर्की की महिला ने कहा कि पहले स्थान पर अल्लाह है तो आज के समय में दूसरे नंबर पर आप हैं। इस दौरान एनडीआरएफ के दल में डॉग स्क्वाड के बारे में भी अनुभव साझा किया और उनके द्वारा खोजी कार्य में किये गए कार्य की प्रशंसा की। वहीं एक अफसर ने तुर्की के एक युवक के बारे में बताते हुए कहा कि युवक ने कहा कि मै इस देश के युवा पीढ़ी से हूं। आपको मै आश्वस्त करता हूं कि हमारे देश की आने वाली पीढ़ियां याद करेंगी की आपने हमारे देश के लिए क्या किया।
पीएम मोदी को एक अफसर ने अपना अनुभव सुनाते हुए कहा कि हमने 104 घंटे में मलबे में से लोगों को ज़िंदा निकला। अफसरों ने यह भी बताया कि पहले तुर्की का बचाव दल भारी भरकम सामानों को हटा रहा था। लेकिन हम लोग ने ऐसा नहीं हम लोग कम से कम मलबे को हटाते हुए बचाव कार्य जारी रखा। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जब भारत अपने तिरंगे के साथ कहीं पहुंचता है तो लोगों को विश्वास हो जाता है कि उसे मदद मिलेगी। यही वजह है कि दुनिया के लोग भारत को सौहार्द की नजर से देखते हैं।
गौरतलब है कि तुर्की में आये भूकंप से बड़ी क्षति हुई है। यहां जान माल का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। जिसे देखते हुए भारत ने आपरेशन दोस्त के तहत एनडीआरएफ को भारत ने तुर्की भेजा था। जहां भारतीय दल अपने कौशल को दिखाते हुए लोगों जिंदगी बचाई और उनके लिए कई सुविधाओं का भी इंतजाम किया। चिकित्सा सुविधा को प्राथमिकता जहां मलबे में दबे लोगों को निकालने बाद चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही थी।
ये भी पढ़ें
इन राज्यों में गैंगस्टरों की टूटी कमर, NIA की 70 स्थानों पर छापेमारी
चिराग पासवान, अखिलेश यादव और अनुप्रिया का उद्धव से क्या है कनेक्शन?