ज़ोंबी वाली मूवी देखना सभी को पसंद है। अक्सर हॉलीवुड में ऐसी मूवी बनती रहती है, जिसमें कोई वायरस होता है जिस के संपर्क में आने से एक अच्छा भला आदमी ज़ोंबी बन जाता है, एक के बाद एक लोग इसके संपर्क में आते हैं वो भी ज़ोंबी में बदलने लगते हैं। दरअसल ये सवाल इसलिए है क्यों कि अमेरीका में ऐसा सच में हो रहा है लोग जॉम्बी बनने लगे हैं, लोगों की त्वचा अब धीरे धीरे सड़ने लगी है। इसके पीछे की वजह है जायलाजिन जॉम्बी ड्रग्स। अमेरिका के कई शहरों में इस ड्रग का इस्तेमाल बढ़ रहा है, जिससे वहां की सरकार चिंतित है।
जायलाजिन पशुओं को बेहोश करने के लिए इस्तेमाल की जाती है, हालांकि कई लोग अब इसका हीरोइन जैसे ड्रग्स के लिए सिंथेटिक कटिंग एजेंट के रूप में इस्तेमाल करने लगे हैं। सबसे पहले ये ड्रग्स फिलाडेल्फिया में पकड़ा गया, जिसके बाद सैन फ्रांसिस्को और लॉस एंजेलिस से होते हुए देश भर के अलग-अलग शहरों में इसकी खपत बढ़ने लगी। वहीं न्यूयॉर्क शहर के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि 2021 में, ‘जॉम्बी ड्रग’ के ओवरडोज के कारण न्यूयॉर्क में 2,668 लोगों की मौत हुई।
अमेरिका के फूड एंड ड्रग्स एडिमिनिस्ट्रेशन जानवरों पर जायलाजिन के इस्तेमाल की मंजूरी दी थी, लेकिन इंसानों के लिए ये बहुत ही घातक साबित हो सकता है। इस ड्रग्स के असर की बात करें तो इसका प्रभाव बेहोशी वाली दवा की तरह का ही है। इसे लेने वाले शख्स को नींद आने लगती है, सांसें धीमी हो जाती है और इसके साथ त्वचा में जख्म उभरने लगते हैं, जो इस ड्रग्स के बार-बार इस्तेमाल के साथ लगातार बढ़ता जाता है। और एक वक्त ऐसा आता है कि इंसान की त्वचा इस कदर सड़ जाती है कि वक्त पर उचित इलाज न मिलने पर उस अंग को काटना तक पड़ता है।
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