केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा दुरुपयोग आरोप लगाते हुए शुक्रवार को विपक्ष के 14 दलों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। अब इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट (SC) 5 अप्रैल को सुनवाई करेगी। मालूम हो कि पिछले दिनों आठ विपक्षी दलों को 9 नेताओं ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा की जा रही कार्रवाई को बंद करने की मांग की थी। अब एक फिर विपक्षी दलों ने लामबंद होकर पीएम मोदी के खिलाफ मोर्चा खोला है।
बताया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट का रुख करने वालों में आम आदमी पार्टी, जनता दल यूनाइटेड, कांग्रेस, एनसीपी, भारत राष्ट्र समिति,राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, डीएमके और ठाकरे गुट की शिवसेना शामिल है। इन दलों ने सीबीआई ,ईडी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।साथ विपक्षी दलों ने केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा की जा रही गिरफ्तारियों के बारे में दिशा निर्देश जारी करने को कहा है।अब इन विपक्षी दलों की याचिका पर 5 अप्रैल को सुनवाई होगी।
दरअसल, विपक्षी दलों का आरोप है कि सीबीआई और ईडी केवल बीजेपी विरोधियों को ही निशाना बना रही है। अगर कोई नेता भ्रष्टाचारी है और बीजेपी में शामिल हो जाता है तो उसके सभी मामले खत्म कर दिए जाते हैं। जबकि, बीजेपी ने विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया है। बीजेपी का कहना है कि जांच एजेंसियां स्वतंत्र रूप से काम करती हैं। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सभी विपक्षी दलों को साथ लाने में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मुख्य भूमिका निभाई है।
जबकि पीएम मोदी के नाम लिखे पत्र के सूत्रधार केसीआर को बताया जा रहा है। बता दें कि पिछले दिनों आठ राजनीति दलों के नौ नेताओं ने सिसोदिया की गिरफ्तारी पर पीएम मोदी को पत्र लिखा था।जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।
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