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Sunday, November 24, 2024
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बाबरी विध्वंस के समय बिल में घुस गए थे सारे चूहे: उद्धव ठाकरे

मातोश्री में पत्रकारों से बातचीत में उद्धव ने कहा की उस वक्त बालासाहेब ने ही बाबरी विध्वंस की जिम्मेदारी ली थी। तब बालासाहेब ने कहा था कि कैसा नपुंसक नेतृत्व है, अब वे एक-एक कर बिल से बाहर आ रहे हैं।

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बाबरी विध्वंस का जिन्न एक बार फिर बाहर निकल आया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता व कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल पर पलटवार करते हुए शिवसेना (उद्धव ठाकरे) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा की चंद्रकांत पाटिल बाबरी की खाई से निकले हैं। जब बाबरी को तोड़ा गया था तो उस वक्त सारे चूहे बिल में थे। वर्तमान प्रधान मंत्री भी कहीं नहीं दिखे थे।
बता दे की मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा है की जिस समय अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराई गई, उस वक्त वहा न बालासाहेब ठाकरे थे और न कोई शिवसैनिक था। बुधवार को मातोश्री में पत्रकारों से बातचीत में उद्धव ने कहा की उस वक्त बालासाहेब ने ही बाबरी विध्वंस की जिम्मेदारी ली थी। तब बालासाहेब ने कहा था कि कैसा नपुंसक नेतृत्व है, अब वे एक-एक कर बिल से बाहर आ रहे हैं।
हमारा हिंदुत्व ही हमारी राष्ट्रीयता है बीजेपी में कभी हिम्मत नहीं थी। हमारे शिवसैनिकों ने मुंबई दंगों के दौरान सड़कों पर भी लड़ाई लड़ी थी।  एक तरफ आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत मस्जिद में जाते है।अब कव्वाली के जरिए प्रचार करने जा रहे हैं। सत्ता के लिए बेताब शिंदे को चंद्रकांत पाटिल का इस्तीफा ले लेना चाहिए। मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्हें बालासाहेब का नाम नहीं लेना चाहिए।
उद्धव ने कहा की जब मैं अयोध्या गया तो मैंने शिव जन्मभूमि की मिट्टी ली। हम कह रहे थे कि कानून पास करो लेकिन प्रधानमंत्री की हिम्मत नहीं हुई, आखिरकार कोर्ट ने फैसला सुना दिया। शिंदे को बालासाहेब की शिवसेना का पवित्र नाम लेने का कोई अधिकार नहीं है।  उन्हें बालासाहेब की फोटो का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बावनकुले आदि मेरी सूची में नहीं है। पाटिल को निकाल देना चाहिए। पर यह बीजेपी की चाल है। जिनके सिद्धि में कमी है वे चोरी करते हैं।  बोझ लेकर दिमाग पर रखे पत्थर सहे नहीं जाते, इसलिए उनका हाल कहा नहीं जा सकता और सहा नहीं जा सकता वाला है। उनका गोमूत्र धारी हिंदुत्व है। हिंदुत्व का घूंघट ओढ़े इनका अंदर से बड़ा विकृत चेहरा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा की खुद को बाला साहेब का शिवसैनिक कहने वाले किस पर वार करने वाले हैं?  या वे खुद को मारने जा रहे हैं?
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