एक तरफ जहां देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, वहीं मुंबई में भी मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है| मुंबई में आज 274 नए कोरोना मरीज सामने आए हैं। तो 216 मरीज ठीक हो चुके हैं। इनमें से 13 मरीजों को आज अस्पताल में भर्ती कराया गया है| मुंबई में आज कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई है|
मुंबई में कोरोना के कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 1635 हो गई है| अब तक अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 13 से बढ़कर 121 हो गई है| ऑक्सीजन बेड पर इलाज करा रहे मरीजों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। मुंबई में अब तक 11,59,819 मरीज सामने आ चुके हैं। अब तक 11.38,432 मरीज कोरोना मुक्त होकर घर लौट चुके हैं। मुंबई में आज कोरोना के कुल 2,026 टेस्ट किए गए हैं और अब तक 1,88,17,140 टेस्ट किए जा चुके हैं. मुंबई में कोरोना मुक्त रोगियों की दर 98.2 प्रतिशत है।
नगर निगम की अपील: मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के बीच नगर निगम ने नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है|मुंबई नगर निगम ने लोगों से इन बातों का पालन करने की अपील की है,भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना, छींकते या खांसते समय नाक और मुंह को ढकने के लिए रूमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करना, हाथों की स्वच्छता बनाए रखना, बार-बार हाथ धोना, घर में आइसोलेशन में रहना बीमार होने पर और सांस की बीमारी के मामले में व्यक्तिगत संपर्क को सीमित करना।
आम लोग सोच रहे हैं कि जब कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण मरीजों की संख्या बढ़ रही है तो क्या लॉकडाउन होगा। कोरोना के एंडेमिक बनने के बाद कोरोना के कई वैरिएंट देखने को मिल रहे हैं| ऐसे में ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट एक्सयूवी 1.16 की वजह से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में सरकारी अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है| तो क्या मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए क्या हमें फिर से मास्क पहनना चाहिए? ऐसा सवाल खड़ा हो गया है।
कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. गौतम भंसाली की अपील: जिस तरह से कोविड मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिन्होंने बूस्टर डोज नहीं ली है, वे बूस्टर डोज लें| यदि आपको टीका लगाया गया है तब भी आपको कोविड हो सकता है। लेकिन बीमारी की गंभीरता कम होती दिख रही है कॉमरेडिटी वाले मरीजों को अधिक खतरा होता है। ऐसे में उन्हें बूस्टर डोज लेनी चाहिए। अस्पताल जा रहे हैं तो मास्क पहनें। जिन लोगों को सर्दी, खांसी, बुखार है, वे मास्क जरूर लगाएं। अगर आप किसी बंद जगह पर जा रहे हैं तो मास्क पहनें।
पूरे देश में कोरोना से लड़ाई की तैयारी के लिए मॉक ड्रिल कराई गई। हालांकि, अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अभी भी कम है और विशेषज्ञ डॉक्टरों का अनुमान है कि यह कम ही रहेगा| शुरुआत में महामारी के दौरान हर जगह मास्क अनिवार्य कर दिया गया था। उसके बाद जैसे-जैसे मरीजों की संख्या घटती गई, नियमों में बदलाव किया गया। उसके बाद चेहरे के नकाब भी निकल आए। लेकिन अभी तक कोरोना की दवा बाजार में नहीं आई है। तो मास्क भी कोविड के खिलाफ लड़ाई में एक वैक्सीन है। ऐसे में अगर मरीजों की संख्या को काबू में रखना है तो मास्क भी पहनना चाहिए।
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