प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को देश की जनता के साथ 100वीं बार ‘मन की बात’ करेंगे। तीन अक्तूबर 2014 को पीएम ने पहले अपने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया था। बीते करीब नौ साल से हर महीने के आखिरी रविवार को प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम प्रसारित हो रहा है। इस कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री लोगों को प्रेरित करते हैं। इस बार के ऐतिहासिक एपिसोड को यादगार बनाने के लिए देश में जगह-जगह इसकी लाइव स्क्रीनिंग की जाएगी और करोड़ों लोग इसे लाइव सुन सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी मन की बात के जरिए देश के लोगों से बात करते हैं। कार्यक्रम के लिए आम लोगों से मुद्दे मांगे जाते हैं। लोग अलग-अलग माध्यमों से जिन मुद्दों पर प्रधानमंत्री को सुनना चाहते हैं, उनमें से कुछ मुद्दों पर प्रधानमंत्री महीने के आखिरी रविवार को बात करते हैं। कार्यक्रम के दौरान कई बार आम लोगों से भी प्रधानमंत्री बात करते हैं। उनके अनुभव के जरिए देश के लोगों को जागरुक करने की कोशिश करते हैं। ‘मन की बात’ प्रत्येक नागरिक को प्रधानमंत्री के रेडियो संबोधन के माध्यम से जुड़ने, सुझाव देने और सहभागी शासन का हिस्सा बनने का अवसर प्रदान करता है। इसने पारंपरिक रेडियो में नए सिरे से रुचि और जागरुकता पैदा की है।
मन की बात भारत का पहला रेडियो कार्यक्रम है जो टेलीविजन चैनलों द्वारा एक साथ प्रसारित किया जाता है। सूचना प्रसारण मंत्रालय ने बताया है कि 34 डीडी चैनल और लगभग 91 निजी सैटेलाइट टीवी चैनल पूरे भारत में इस रेडियो कार्यक्रम का प्रसारण करते हैं। प्रसार भारती 51 भाषाओं और बोलियों में मन की बात का अनुवाद और पुन: प्रसारण करती है।
वर्तमान में इसके 1.609 लाख फॉलोवर्स हैं। मन की बात के सभी एपिसोड्स को अलग-अलग भाषाओं में एक्सेस करने के लिए डेडिकेटेड यूट्यूब चैनल बनाया गया है। आज की तारीख में, यूट्यूब के 2200 से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। इसमें अब तक 1.4 हजार वीडियोज अपलोड किए जा चुके हैं। ‘मन की बात’ ने 2014 से अक्टूबर 2022 तक 33.16 करोड़ रुपए की कमाई की है, जबकि प्रमोशन पर करीब 7.29 करोड़ रुपए ही खर्च किए गए।
ये भी देखें
मन की बात का 100वां एपिसोड, यूएन मुख्यालय में भी लाइव सुना जाएगा