शनिवार को खालिस्तानी समर्थक परमजीत सिंह पंजवार को पाकिस्तान के लाहौर में मार गिराया गया। इसके साथ उसके सुरक्षाकर्मी मारे गए। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान इस खालिस्तान समर्थक को सुरक्षा मुहैया कराया था। बावजूद इसके उसे सरेआम बंदूकधारियों ने उस पर गोलीबारी कर उसकी हत्या कर दी। वहीं कुछ समय से देखा जा रहा है कि भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल कई लोगों की विदेश में मारे गए हैं।
बशीर अहमद पीर: जम्मू कश्मीर के रहने वाला बशीर अहमद पीर इम्तियाज आलम को पिछले दिनों पाकिस्तान में मार दिया गया। उस पर अज्ञात हमलावरों ने जमकर गोलीबारी की थी। बशीर अहमद हिजबुल मुजाहिदीन का लॉन्चिंग कमांडर था। उसे पाकिस्तान के रावलपिंडी में गोलियों भून दिया गया। गौरतलब है कि भारत सरकार ने बीते साल ही उसे आतंकी घोषित किया था। बताया जाता है कि अहमद रावलपिंडी में ही रहकर जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को संचालित करता था और आतंकियों को अन्य सुविधा मुहैया कराता था। यह घटना 20 फरवरी को हुई थी।
एजाज अहमद अहंगर: इसी साल 22 फरवरी को एजाज अहमद अहंगर को अफगानिस्तान के काबुल में मारा गया था। बताया जाता है कि एजाज भारत में आईएस को फिर शुरू करने के लिए काम कर रहा था। इसके लिए वह अलकायदा के भी संपर्क में था। एजाज 1996 में जब जेल से छूटा तो पाकिस्तान भाग गया। इसके बाद वहां से वह अफगानिस्तान चला गया था। भारत एजाज को आतंकी घोषित किया था। एजाज का जन्म श्रृंगार में हुआ था। वह कई आतंकी संगठनों के संपर्क में था।
सैयद खालिद रजा: 26 फरवरी को अल बद्र के पूर्व कमांडर सैयद खालिद रजा की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रजा की उसके घर पाकिस्तान के बाहर ही गोली मारकर अज्ञात हमलावर ने कराची में हत्या कर दी थी। बता दें कि अल बद्र आतंकी संगठन है जो आतंकियों कश्मीर भेजने के लिए ट्रेंड करता था। रजा जम्मू कश्मीर में आतंक फैलाने में सक्रिय था।
सैयद नूर शालोबर: इसके अलावा भारत आतंकी सूची में शामिल सैयद नूर शालोबर को भी पकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में अज्ञात लोगों ने गोली मार दी। बताया जाता है कि शालोबर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर कश्मीर में आतंक फ़ैलाने का काम कर रहा था। साथ ही शालोबर नए आतंकियों को ट्रेंड भी करता था। यह घटना इसी साल मार्च में हुई थी।
परमजीत सिंह पंजवार: खालिस्तान कमांडो फ़ोर्स के प्रमुख परमजीत सिंह पंजवार की शानिवार को लाहौर के सनफ्लावर सोसायटी जौहर टाउन में हत्या कर दी गई। पंजवार लंबे समय से भारत में वांटेट था।पंजवार पंजाब के तरनतारन जिले के पंजवार गांव का रहने वाला था। 1986 तक उसने सोहल में सेन्ट्रल कॉओपरेटिव बैंक में काम भी किया। इसके बाद पंजवार खालिस्तानी कमांडो फ़ोर्स को ज्वाइन किया था। उस समय खालिस्तानी कमांडो फ़ोर्स का कमांडर लभ सिंह था। बताया जाता है कि पंजवार पर लभ सिंह का खासा प्रभाव था। दोनों रिश्तेदार थे। लभ सिंह पंजवार का चचेरा भाई था। कहा जा रहा है कि पंजवार की पत्नी और बच्चे जर्मनी में रहते हैं।
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