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9 साल, 9 फैसले, इतिहास में दर्ज हुए मोदी

26 मई 2014 में नरेंद्र मोदी ने देश के प्रधानमंत्री के तौर पर पहली बार शपथ ली थी।

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26 मई को पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल के 9 साल पूरे हो गए हैं। साल 2014 में आज ही के दिन नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की थी और 26 मई को पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में पहली बार शपथ ली थी। इन नौ सालों में पीएम मोदी ने कई ऐसे फैसले लिए जिसने सिर्फ देश और दुनिया के लोगों को चौंकाया ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में नए भारत की एक तस्‍वीर पेश की।

जिन विवादित मुद्दों को पिछली सरकारों ने छूने तक की हिम्मत नहीं दिखाई, उन्हें मोदी सरकार ने एक झटके में जड़ से खत्म कर दिया। उनके इन्हीं फैसलों ने दुनिया में भारत को ग्लोबल लीडर बना डाला। इनमें प्रमुख रूप से जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाना, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान, जीएसटी लागू करना, नोटबंदी, तीन तलाक की प्रथा खत्म, एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान को सबक सिखायान और रूस-यूक्रेन युद्ध में कूटनीति से दुनिया को चित करना शामिल हैं। आइए इन्हें विस्तार में जाने।

सर्जिकल स्ट्राइक- 18 सितंबर 2016 को जम्मू-कश्मीर के उरी कैंप में सुबह के 5.30 बजे जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकवादियों ने भारतीय सेना के ब्रिगेड हेडक्वॉटर्स पर हमला कर दिया था। इस हमले में भारत के 18 जवान शहीद हुए थे। इस हमले के ठीक 10 दिन बाद पाकिस्‍तान से बदला लिया गया था। इसके लिए एक सीक्रेट ऑपरेशन चलाया गया जिसे सर्जिकल स्‍ट्राइक का नाम दिया गया। 28-29 सितंबर 2016 की रात पहली बार देश ने सर्जिकल स्ट्राइक की। भारत के पैरा कमांडो का एक दल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में दाखिल हुआ। करीब 3 किलोमीटर अंदर घुसने के बाद पीओके में मौजूद तमाम आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। इस पूरे हमले में करीब 50 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे।

नोटबंदी- साल 2016 में ही मोदी सरकार का एक और ऐसा फैसला आया जिसने पूरे देश में हड़कंप मचा दिया। 8 नवंबर साल 2016 को रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया और रात 12 बजे 500 और 1000 के नोट को चलन से बाहर कर दिया था। अचानक से नोट को चलन से बाहर कर देने वाले सरकार के फैसले ने देशभर में खलबली मचा दी थी। मोदी सरकार की ओर से ये फैसला काले धन पर प्रहार करने के लिए लिया गया था। हालांकि, इसकी बाद में काफी आलोचना भी हुई थी, मगर पीएम मोदी के इस फैसले को इतिहास हमेशा याद रखेगा।

जीएसटी लागू- भारत में GST 1 जुलाई 2017 को लागू हुआ। 30 जून और 1 जुलाई की मध्य रात्रि को संसद के सेंट्रल हाल में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लांच किया। इससे पहले GST से संबंधित विधेयकों को संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्य सभा) में पारित कराया गया था। मोदी सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘वन नेशन वन टैक्स’ को भारत में अब तक का सबसे बड़ा कर सुधार बताया गया। भारत को एक एकीकृत बाजार बनाने के इरादे से पेश किया गया। इस सुधार ने पूरे देश के लिए एक अप्रत्यक्ष कर की व्यवस्था पेश की। हालांकि इसे एक साथ पूरे देश में लागू करना इतना आसान नहीं था लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में इसे भी सफलता से लागू किया गया।

अनुच्छेद 370 हटाया- हम अक्सर एक नारा सुनते हुए या नारा लगाते हुए बड़े हुए हैं और वो नारा था- ”जहां हुए बलिदान मुखर्जी वो कश्मीर हमारा है” लेकिन 5 अगस्त 2019 से पहले हमारा होते हुए भी कश्मीर पूरी तरह से हमारा नहीं था। इसका महत्वपूर्ण कारण था जम्मू कश्मीर राज्य में लगा हुआ आर्टिकल 370। इसे जम्मू कश्मीर का कलंक कहा जाए तो अतोश्योक्ति नहीं होगी। Article 370 के कारण जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा होते हुए भी पूरी तरह से भारत का नहीं था। लेकिन मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर खंडों को समाप्त कर दिया था जो जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करते थे। इसके साथ ही जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों (जम्मू कश्मीर और लद्दाख) में बांट दिया था। इसी के साथ जम्मू-कश्मीर में देश के वो सभी कानून लागू हो गए, जिन्हें 70 साल तक लागू नहीं किया जा सका था। साथ ही जम्मू-कश्मीर का अलग झंडा हटाकर अब वहां के सरकारी दफ्तरों में तिरंगा लहराने लगा। आर्टिकल 370 की बेड़ी टूटने के साथ ही जम्मू-कश्मीर के लोगों को अब केंद्र सरकार की लाभकारी योजनाओं का भी फायदा मिलने लगा, जिनसे कई सालों तक कश्मीर के लोगों को वंचित रखा गया था।

एयर स्ट्राइक- 14 फरवरी 2019 को पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा भारतीय जवानों पर हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए थे। पीएम मोदी ने साफ कर दिया था कि पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के खिलाफ सेना अपने तय वक्त और जगह पर जवाब देगी। इसी इरादे से भारतीय एयर फोर्स ने 26 फरवरी 2019 को तड़के पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में घुस कर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। सर्जिकल स्ट्राइक पार्ट 2 में वायुसेना के 12 मिराज विमानों ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर ताबड़तोड़ बमबारी की। इस दौरान बालाकोट और मुजफ्फराबाद के आस-पास आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और इस हमले में 300 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर सामने आई थी। वहीं इससे पहले मोदी सरकार ने 2016 में पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक किया था जिसकी जानकारी हमने आपको पहले दी।

तीन तलाक कानून- मुस्लिम समाज में पिछले लंबे समय से चलते आ रहे तीन तलाक पर कानून बनाने की मांग के बाद 1 अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने तीन तलाक के खिलाफ कानून लाया। बीजेपी सरकार की इस पहल से देश की उन तमाम मुस्लिम महिलाओं को राहत मिली, जिन्हें एक झटके में तीन तलाक कहकर छोड़ दिया जाता था। इस कानून का सीधा मतलब ये है कि अब कोई मुस्लिम पुरुष एक साथ तीन तलाक देकर अपनी पत्नी को छोड़ नहीं सकता है और अगर ऐसा करता है तो उसे जेल जाना होगा और जुर्माना भी भरना होगा।

वहीं दूसरी बार सत्ता में आने के तत्काल बाद मोदी सरकार ने राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाई और मुस्लिम महिलाओं को ट्रिपल तलाक के दंश से छुटकारा दिलाने का काम किया। उन्होंने कम से कम इतना संदेश देने की कोशिश की है कि भारत संविधान के आधार पर चलने वाला देश है। दरअसल मौखिक रूप से तीन बार तलाक कहकर तत्काल तलाक देना अवैध है। कई ऐसी घटनाएं भी सामने आई थीं जिनमें महिलाओं को पत्र, फोन या मैसेज और व्हाट्सएप के जरिए भी तलाक दिया गया था। इस तरह की घटनाएं एक संवेदनशील देश और समाज में स्वीकार नहीं की जा सकती हैं। इसका संदेश मोदी सरकार ने दिया।

CAA पास- नागरिकता संशोधन कानून शुरू से ही विवादों में रहा है। मोदी सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून को 10 जनवरी 2020 को व्यवहार में लाया। इस कानून से पाकिस्तान, अफगानिस्तान और अन्य देशों में रह रहे हिंदू, सिख, बौद्ध, पारसी और यहूदी को भारतीय नागरिकता मिल सकती है। सरकार का कहना है कि यह विधेयक उन सभी लोगों के लिये एक वरदान के रूप में है, जो विभाजन के शिकार हुए हैं और अब ये देश लोकतांत्रिक इस्लामी गणराज्यों में परिवर्तित हो गए हैं। सरकार ने इस विधेयक को लाने के कारणों के रूप में पाकिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों एवं सम्मान की रक्षा करने में धार्मिक विभाजन तथा बाद में नेहरू-लियाकत संधि की 1950 की विफलता पर भारत के विभाजन का हवाला दिया।

इस कानून के जरिए विभिन्न धर्मों के प्रवासियों के लिए नागरिकता के नियम को आसान कर दिया गया है। इससे पहले किसी व्यक्ति को भारत की नागरिकता हासिल करने के लिए कम से कम पिछले 11 साल तक यहां रहना अनिवार्य था। लेकिन CAA के तहत इस नियम को बदलकर नागरिकता हासिल करने की अवधि को एक साल से लेकर 6 साल किया गया है। बावजूद इसके विवाद बढ़ता ही रहा, नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मोदी सरकार ने खुद स्पष्ट किया कि पाकिस्तान, अफ़गानिस्तान और बांग्लादेश इस्लामिक गणराज्य हैं जहां मुसलमान बहुसंख्यक हैं इसलिये उन्हें उत्पीड़ित अल्पसंख्यक नहीं माना जा सकता है। सरकार के अनुसार, इस विधेयक का उद्देश्य किसी की नागरिकता लेने के बजाय उन्हें सहायता देना है।

वैक्सीनेशन अभियान- COVID-19 के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान 16 जनवरी 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया। दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज (एम्स) के 34 वर्षीय सफाई कर्मी मनीष कुमार भारत में कोविड–19 की वैक्सीन लेने वाले पहले व्यक्ति बने थे। भारत में इसके साथ ही दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण ड्राइव की शुरुआत की गई थी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश में आज से दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है। भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के दौरान 220.17 करोड़ टीके लगाए गए। इस सफल टीकाकरण अभियान की वजह से इसे इतिहास की किताबों में हमेशा याद किया जाएगा। इसके साथ ही भारत ने अपने देश में टीकाकारण के साथ ही दुनियाभर के करीब 100 देशों को भी वैक्सीन उपलब्ध कराया।

भारत का टीकाकरण अभियान बहुत ही मानवीय और महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर आधारित रहा। जिसे सबसे ज्यादा जरूरत थी, उसे सबसे पहले कोरोना का टीका लगाया गया। सभी के वैक्सीनेशन का खर्च भारत सरकार द्वारा उठाया गया। टीकाकरण अभियान की पुख्ता तैयारियों के लिए राज्य सरकार के सहयोग से देश के कोने-कोने में ट्रायल किए गए। विशेष तौर पर बनाए गए डिजिटल कोविन में ट्रैकिंग तक की व्यवस्था की गई थी।

यूक्रेन, सूडान में बचाव अभियान- मोदी सरकार ने यूक्रेन संघर्ष क्षेत्र से लगभग 18,000 भारतीयों को बचाने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 26 फरवरी 2022 को एक निकासी मिशन चलाया। यूक्रेन के पूर्वी भाग में फंसे भारतीय छात्रों को वहां से निकालने के लिए मोदी सरकार ने पूरा जोर लगा दिया था। इसके लिए भारतीय वायुसेना के साथ ही अन्य कमर्शियल फ्लाइट चलाई गईं। इनमें एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइस जेट, गो एयर और गो फर्स्ट की फ्लाइट शामिल थी। इसके साथ ही खार्किव और सूमी शहरों में फंसे भारतीय और अन्य देशों के नागरिकों को निकालने के लिए भारत के अनुरोध पर रूस ने 130 बसें मुहैया कराई थी।

वहीं हाल ही में सूडान में गृह युद्ध जैसे हालात बन गए। टीवी, रेडियो सब बंद हो गए। सत्ता के लिए दो गुटों में बंटी फौजें सरकारी मुख्यालयों, एयरपोर्ट्स, टीवी और रेडियो सेंटर जैसी जरूरी इमारतों पर कब्जा करने लगी। इस संघर्ष में फौजियों और आम लोगों को मिलाकर हजारों की जान जा चुकी है। आम नागरिकों की हालत ज्यादा खराब हो गई। जान के खतरे के साथ उन्हें बुनियादी चीजों की किल्लत का भी सामना करना पड़ा। हालत ये है कि पीने के लिए पानी तक नहीं मिल रहा। ऐसे में भारत भारत सरकार ने भी अपने हजारों नागरिकों को सूडान से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन चलाया, जिसका नाम है- ऑपरेशन कावेरी। इसके तहत 3500 से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश लाया गया।

पीएम मोदी के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में भारत का स्तर ऐसा हो गया है कि पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रहा है। पीएम मोदी के कार्यकाल के दौरान देश ने कई उपलब्धियों को पाया है। पीएम मोदी की बदौलत ही अब भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रधानता दी जा रही है। अभी हाल ही की बात की जाए तो अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि मुझे आपका ऑटोग्राफ लेना चाहिए। इतने बड़े देश के पीएम कका मोदी से आटोग्राफ लेना यह अपने में ही बहुत बड़ी उपलब्धि है। वहीं, दूसरी तरफ प्रधानमंत्री पापुआ न्यू गिनी पहुंचे तो अदभुत नजारा दिखा था। जहां पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारेप ने पीएम मोदी के पैर छूए थे। और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी बॉस हैं।

वहीं अपने 9 साल के कार्यकाल के दौरान भारत के प्रधानमंत्री की हैसियत से विभिन्न देशों के साथ कूटनीति (डिप्लोमेसी), व्यापार (बिजनेस) और रक्षा (डिफेंस) संबंधों को बढ़ाने के लिए उनके देश पहुंचे पीएम को बीते सालों में कई देशों ने अपने सर्वोच्च सम्मान से भी सम्मानित किया है। वहीं लगातार 2 दो बार के कार्यकाल के बाद पीएम मोदी के सामने साल 2024 में आम चुनाव में हैट्रिक लगाने पर फोकस है। पीएम मोदी ने अन्य देश के पीएम की अपेक्षा काफी बड़ी उपलब्धि हासिल की है जिसे भुलाया नहीं जा सकता। इसके पहले भारत के किसी पीएम को यह सम्मान नहीं मिला होगा जो पीएम मोदी को मिला है। यह भारत देश के लिए गर्व की बात है कि पीएम मोदी के कार्यकाल के दौरान विदेशों में भारत का डंका बज रहा है।

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