एनसीपी के 25 वें स्थापना दिवस पर शरद पवार ने अपनी बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया। इसके बाद से यह खबर हवाओं में तैरने लगी कि अजित पवार से शरद पवार नाराज हैं। हालांकि इसका आधार पुराना और मौजूदा कार्यक्रम स्थल से अजित पवार का चला जाना बताया जा रहा है। इस बीच शरद पवार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने के लिए अजित पवार ने ही नाम सुझाये थे।
उन्होंने कहा कि सुप्रिया सुले को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का निर्णय उनका अकेला नहीं है। बल्कि कार्यकर्ताओं की मांग है। उन्होंने कहा कि सुले को कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने का सुझाव अजित पवार ने ही दिया था। इसलिए अजित पवार के नाराज होने का सवाल ही नहीं बनता है। उन्होंने कहा नए कार्याध्यक्ष अन्य राज्यों में पार्टी को विस्तार देंगे। इस दौरान शरद पवार ने 23 जून को पटना में होने वाली विपक्ष की बैठक का भी जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी को हराने की रणनीति पर पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में उतरना होगा।
वहीं, उन्होंने कहा कि सुप्रिया सुले को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने में पार्टी के कार्यकर्ताओं की भी सहमति है। मेरा अकेले का निर्णय नहीं है। इस पर कार्यकर्ताओं से विचार किया गया। उसके बाद यह फैसला लिया गया। अजित पवार ने खुद सुप्रिया सुले के नाम का सुझाव दिया। इस वे खुद शामिल है। उन्होंने कहा सुले और प्रफुल्ल पटेल के पास कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं थी। जबकि अजित पवार नेता प्रतिपक्ष और जयंत पाटिल प्रदेशाध्यक्ष है। उन्होंने कहा कि जब तक मै हूं अध्यक्ष पद पर चर्चा करना बेईमानी है। क्योंकि अध्यक्ष पद खाली नहीं है।
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