एक ओर जहां कर्मचारी एसटी निगम में पदोन्नति नहीं होने की शिकायत कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पदोन्नति पाने वाले 16 लोगों को अब भी निर्धारित स्थान नहीं दिया गया है| यदि ये कर्मचारी 12 जून से पहले निर्धारित स्थान पर ज्वाइन नहीं करते हैं तो इनकी पदोन्नति निरस्त कर दी जायेगी|
एसटी कर्मचारी कुछ महीने पहले सरकार में विलय की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए थे। उस समय प्रमोशन प्रक्रिया को लेकर भी शिकायत हुई थी। तत्पश्चात् वरिष्ठ लिपिकों को लेखपाल के पद पर तथा सहायक भण्डारपालों को भण्डारपाल के पद पर पदोन्नत किया गया।
अधिकांश कर्मचारी विभाग के बाहर तैनात थे। हालांकि, इनमें से करीब 16 कर्मचारियों का अभी तक प्रमोशन नहीं हुआ है। इन कर्मचारियों द्वारा पदोन्नति से इनकार किए जाने की कोई सूचना नहीं मिली है। इस बीच, निगम ने राज्य के सभी विभाग नियंत्रकों, कार्यशाला प्रबंधकों और संबंधित विभागों के प्रमुखों को 12 जून, 2023 तक पदोन्नति के स्थान पर कर्मचारियों के उपस्थित नहीं होने पर पदोन्नति रद्द करने के आदेश दिए हैं|
एसटी (सी.वी.ए.एस.) के महाप्रबंधक अजीत गायकवाड ने इस मुद्दे पर कहा कि यदि संबंधित कर्मचारी प्रोन्नत स्थान पर ज्वाइन नहीं करते हैं तो नियमानुसार उनकी पदोन्नति निरस्त कर दी जायेगी|
सबसे ज्यादा सात कर्मचारी विदर्भ से : लेखापाल व भंडारपाल के पद पर पदोन्नत होने के बाद भी ज्वाइन नहीं करने वाले कर्मचारियों-अधिकारियों में नागपुर के 3, भंडारा के 1, यवतमाल के 2, चंद्रपुर के 1, बीड के 2, बीड के 1, सिंधुदुर्ग से 1, सोलापुर से 1, मुंबई से 1, पुणे से 2, लातूर से 1 और परभणी से एक है।
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