राज्य में मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर राजनीति गरमा गई है। औरंगजेब के पोस्टर को लेकर राज्य में कई जगहों पर छापेमारी और दंगे भड़के। इसी तरह वंचित बहुजन आघाडी के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर औरंगजेब की कब्र पर गए| इसलिए नया विवाद खड़ा हो गया है। मजार पर जाने के बाद प्रकाश अंबेडकर ने कहा, ‘औरंगजेब ने 50 साल तक शासन किया। क्या आप इसे पूछने जा रहे हैं?
बाबासाहेब ने यह भी बताया है कि औरंगजेब का राज्य क्यों आया। प्रकाश अंबेडकर की इस हरकत के बाद वंचित के सहयोगी शिवसेना के ठाकरे गुट की मुश्किलें बढ़ गई हैं| इसे लेकर पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के तमाम विरोधियों ने उद्धव ठाकरे की आलोचना शुरू कर दी है| कुछ समय पहले उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी| इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे से इस बारे में सवाल पूछा गया|
प्रकाश अंबेडकर पर सीधे प्रतिक्रिया देने से उद्धव ठाकरे ने परहेज किया। लेकिन उन्होंने कहा, जब हमारा गठबंधन (शिवसेना-भाजपा) था। तब लालकृष्ण आडवाणी (भाजपा के वरिष्ठ नेता) जिन्ना (मोहम्मद अली जिन्ना) की कब्र पर गए। साथ ही नवाज शरीफ के जन्मदिन पर हमारे प्रधानमंत्री केक खाने गए थे। इसलिए मुझे लगता है कि हमें साफ और एक सोच वाले दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। मुझे लगता है कि लोगों को इतिहास में फंसने के बजाय नए विचारों के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
उद्धव ठाकरे ने कहा, हर बार अगर कोई चेहरा चुनाव में काम नहीं आता है तो वहां जय बजरंग की बलि चढ़ाई जाती है, कभी दाऊद का चेहरा इस्तेमाल किया जाता है, कभी औरंगजेब का चेहरा इस्तेमाल किया जाता है| औरंगजेब के मुद्दे पर दंगे करने वाले ‘औरंगाबाद’ हैं, मैं उन्हें ‘औरंगाबाद’ कहता हूं। क्योंकि वे केवल दंगे भड़काना और शासन करना चाहते हैं।
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