आगामी लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में शनिवार (15 जुलाई) को सतारा में भारतीय जनता पार्टी की अहम बैठक हुई| इस बैठक में सांसद उदयनराजे भोसले मौजूद थे| इस बैठक में विधायक और भाजपा जिला अध्यक्ष जयकुमार गोरे के साथ उदयनराजे और सतारा जिले के भाजपा पदाधिकारी भी बड़ी संख्या में मौजूद थे| इस बैठक में बोलते हुए विधायक जयकुमार गोरे ने कहा कि राज्य में सरकार के आलाकमान देवेन्द्र फडणवीस हैं और उनका नेतृत्व जानता है कि कब किसी को साथ लेना है और कब छोड़ना है?
विधायक जयकुमार गोरे ने कहा, ”भाजपा ने जो फैसला लिया है, वह काफी सोच-विचार के बाद लिया गया है| हमारा नेतृत्व बहुत सक्षम है|क्या वह नेतृत्व जानता है कि किसे अपने साथ रखना है, किसे छोड़ना है, किसे कब तक अपने साथ रखना है और किसे छोड़ना है? हमारी राज्य सरकार के आलाकमान देवेन्द्र फडणवीस हैं।” विधायक गोरे के इस बयान पर अलग-अलग राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं|
इसका जवाब शिवसेना के शिंदे गुट के विधायक संजय शिरसाट ने दिया है| शिरसाट ने कहा, इस सरकार के आलाकमान एकनाथ शिंदे हैं| देवेन्द्र फड़णवीस और अजित पवार के आलाकमान शिंदे हैं। देवेन्द्र फड़णवीस और अजित पवार उनके समर्थक या सहयोगी हैं। लेकिन सूत्र मुख्यमंत्री के हाथ में रहने वाले हैं| इसलिए एकनाथ शिंदे सबके आलाकमान और सरकार के मुखिया हैं|
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