“चंद्रकांत पाटिल के भी बच्चे हैं, ये बच्चे…”: “चंद्रकांत पाटिल समेत ‘पार्टी विद डिफरेंस’ की बात करने वाले पार्टी नेताओं के भी बच्चे हैं। जब इन बच्चों को सिस्टम के सामने लाया जाता है तो सिस्टम के लोग तरह-तरह के गंदे सवाल पूछते हैं| छगन भुजबल ढाई साल जेल में बिता चुके हैं| कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया, लेकिन उन ढाई सालों की भरपाई कौन करेगा? इसलिए इस वायरल वीडियो के मुद्दे पर चर्चा करना जरूरी है,” अनिल परब ने कहा।
‘मानहानि का जवाब दिया जाना चाहिए’: अनिल परब ने कहा, ‘यह किरीट सोमैया, चंद्रकांत पाटिल या मेरा सवाल नहीं है। ये सवाल राजनीतिक जीवन में काम करने वाले एक शख्स का है| एक राजनेता अपनी राजनीतिक जान जोखिम में डालकर यहां तक आया है| इन लोगों ने पुलिस को पीटा है और जमकर मेहनत की है| आंदोलन से उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस भी आ गए हैं, जब ऐसे करियर पर हमला होता है, बदनामी होती है तो जवाब देना चाहिए| यह सदन यह सुनिश्चित करने के लिए है कि न्याय मिले और किसी का राजनीतिक जीवन बर्बाद न हो।”
‘इस वीडियो में वह महिला कौन है, यह तो पता होना चाहिए’: ‘जिस पूर्व सांसद का वीडियो कल वायरल हुआ, उसने कई जिंदगियां बर्बाद की हैं। इसलिए हम नहीं चाहते कि उनकी जिंदगी बर्बाद हो|बहरहाल, इस वीडियो की सच्चाई सामने आनी ही चाहिए| हमें यह जरूर जानना चाहिए कि इस वीडियो में वह महिला कौन है| महिला ने क्यों लगाया आरोप? अनिल परब ने मांग की कि हमें जो जानकारी मिली है, उसे सही या गलत के रूप में सत्यापित किया जाना चाहिए।
”फडणवीस हर चीज में एसआईटी डालते हैं, अब…”: परब ने कहा, ”गृह मंत्री फडणवीस हर चीज में एसआईटी डालते हैं। अब मेरा मतलब एसआईटी से है, यहां तक कि भारतीय जासूसी एजेंसी रॉ भी हमारे पीछे है। क्योंकि हमारे पीछे कोई और संगठन नहीं है| हमने सुना है कि फड़णवीस ने अपने भाषण में हजारों बार कहा है कि वह राज्य में ऐसी चीजें बर्दाश्त नहीं करेंगे। उनकी ऐसी छवि है| ऐसे उपमुख्यमंत्री को आज ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।”
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