संभाजी भिड़े की गिरफ्तारी का मुद्दा हमने अलग-अलग माध्यमों से सदन में उठाने की कोशिश की, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने उस चर्चा को सफल नहीं होने दिया| यह आरोप एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड ने लगाया है|आव्हाड ने ये भी बताया कि संभाजी भिड़े ने क्या आरोप लगाया है| जितेंद्र आव्हाड ने यह भी आरोप लगाया कि संभाजी भिड़े को शाही आश्रय दिया जा रहा है इसलिए वे कुछ भी बोल रहे हैं|
क्या कहा जितेंद्र अवाद ने?: संभाजी भिडे ने एक नई खोज की कि महात्मा गांधी के पिता एक मुस्लिम थे, इसलिए महात्मा गांधी एक अभ्यासी मुस्लिम थे। संभाजी भिड़े ने यह भी कहा कि यह उनके मुस्लिम माता-पिता ही थे जिन्होंने महात्मा गांधी को इंग्लैंड में पढ़ने के लिए भेजा था। संभाजी भिड़े ने साईं बाबा को लेकर विवादित बयान दिया है| साईंबाबा की क्या औकात है कि हिंदू धर्म साईं बाबा को मंदिर में रखकर पूजा करता है? पहले उस साईं बाबा को मंदिर से बाहर फेंको| मैं कोई पागल इंसान नहीं हूं| जितेंद्र अवध ने कहा कि संभाजी भिड़े ने यह भी कहा है कि हिंदुओं को साईं बाबा को भगवान नहीं मानना चाहिए|
भिड़े ने महात्मा फुले को लेकर भी दिया था विवादित बयान: संभाजी भिड़े ने महात्मा फुले को लेकर भी विवादित बयान दिया था| अंग्रेजों द्वारा उपाधियों से सम्मानित समाज सुधारकों की सूची में महात्मा फुले का नाम भी है। अंग्रेजों ने भारतीयों को राज्य प्राप्त करने की शिक्षा देने के लिए सुधारक नामक एक जाति बनाई।चुनिंदा लोगों को उपाधियाँ देकर आपने अपने शत्रुओं को पीछे छोड़ दिया। इनमें मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के भरत प्रकाश मिश्र, बंगाल के राजा राममोहन राय, तमिलनाडु के रामास्वामी नाइकन और महाराष्ट्र के महात्मा फुले शामिल हैं। जितेंद्र आव्हाड ने यह भी आरोप लगाया कि संभाजी भिड़े ने बयान दिया था कि उन सभी के माथे पर देशद्रोह का दाग है|
संभाजी भिड़े ने कहा कि भारत बेशर्म लोगों का देश है- आव्हाड : संभाजी भिड़े ने फैसला सुनाया है कि 15 अगस्त और 26 जनवरी को तिरंगा नहीं फहराया जाएगा| न तिरंगा फहराया जाएगा, न राष्ट्रगान गाया जाएगा। 15 अगस्त को देश का बंटवारा हुआ, यह स्वतंत्रता दिवस नहीं हो सकता| संभाजी भिडे का मानना है कि हर किसी को उपवास करना चाहिए। संभाजी भिड़े ने देश के बारे में कहा कि दुनिया में 187 देश हैं| उन्हीं देशों में एक देश है दुनिया के 1 अरब 23 करोड़ लोगों का, जो आजादी, गुलामी, परतंत्रता और बेशर्मी से जी रहे हैं।
उनका कहना है कि भारत एक ऐसा देश है जो लंबे समय से विदेशियों की मार पर जी रहा है और गरिष्ठ भोजन खा रहा है। वे महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, राजा राममोहन राय सबको गद्दार कहते हैं। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस नहीं है| साथ ही, जब ये संभाजी कहते हैं कि हमारा देश बेशर्म लोगों का देश है, तो ये बात आप पर और हम सब पर लागू होती है|
आव्हाड द्वारा संभाजी भिड़े का एकल उल्लेख: भिड़े गुरुजी की उपाधि गुरुजी कहां से आई? इन्हें घर में भिड़े गुरुजी भी कहा जाता है| ये गुरुजी 11वीं पास नहीं हैं| उन्होंने कभी फर्ग्युसन कॉलेज में दाखिला नहीं लिया। ऑटोमेटिक नामक विषय तो कॉलेज में पढ़ाया ही नहीं जाता था। जितेंद्र आव्हाड ने यह भी कहा है कि महाराष्ट्र को तय करना चाहिए कि इस विवाद पर क्या करना है|
मैंने साईं बाबा, महात्मा गांधी के बारे में संभाजी भिड़े का पूरा बयान नहीं बताया है, लेकिन ऐसा सिरफिरा पूरे महाराष्ट्र में घूमता रहता है और पकड़ा तक नहीं जाता| महाराष्ट्र को समझना होगा कि यह सब क्यों और किसलिए किया जा रहा है। जितेंद्र आव्हाड ने यह भी कहा है कि जो कुछ भी चल रहा है वह ठीक नहीं है|
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