औरंगजेब की स्थिति को लेकर राज्य के कुछ शहरों में दंगे हुए। उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने अंतिम सप्ताह के प्रस्ताव पर बोलते हुए इस पर टिप्पणी की है|यह राज्य को अस्थिर करने का एक प्रयास था। लेकिन, अगर कोई औरंगजेब का महिमामंडन करेगा, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा, देवेंद्र फडणवीस ने चेतावनी दी है|
देवेन्द्र फडणवीस ने कहा, राज्य में दंगों की संख्या कुछ हद तक कम हुई है,लेकिन, यह राज्य को अस्थिर करने का प्रयास था।’ क्योंकि, कई जिलों में औरंगजेब के पोस्टर, जुलूस, स्टेटस अचानक सामने आ गए| ये कोई संयोग नहीं, एक प्रयोग है| औरंगजेब आज तक कभी भी भारतीय मुसलमानों का नायक नहीं बन सका। यह कभी नहीं होगा। औरंगजेब एक आक्रामक था।
“इस देश के नायक छत्रपति शिवाजी महाराज और छत्रपति संभाजी महाराज हैं। एपीजे अब्दुल कलाम देश के हीरो बन सकते हैं,लेकिन औरंगजेब नहीं हो सकता| छत्रपति संभाजी महाराज को यातनाएं दी गईं और उनके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए। फिर औरंगजेब हमारा हीरो नहीं हो सकता| औरंगजेब तुर्क मंगोल वंश का था। भारत और पाकिस्तान में तुर्क मंगोल मूल के कुछ लाख लोग हैं। इसलिए, यहां के लोग औरंगजेब के वंशज भी नहीं हैं, ”देवेंद्र फडणवीस ने कहा।
‘औरंगजेब हैं देश के आदर्श’,अंबेडकर का फडणवीस को जवाब; बोले, ‘अगर आप कानून बनाएंगे…’!