हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के पीछे की कहानी राजस्थान से भी जुड़ी हुई है। इस हिंसा में शामिल आरोपी राजस्थान के है जो गौ तस्कर जुनैद और नासिर की हत्या का बदला लेने आये थे। इसमें से कई आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि कई आरोपियों की धरपकड़ जारी है। पूछताछ में इन आरोपियों ने इस बात को कबूल किया है कि वे जुनैद और नासिर का बदला लेने आये थे, सबसे बड़ी बात यह कि इसमें से कई आरोपी जुनैद और ताहिर के गांव से है। इनका कहना है कि पुलिस ने जुनैद और नासिर के कथित रूप से हत्या करने वाले आरोपियों पर सही तरीके बसे कार्रवाई नहीं की गई।
बताया जा रहा है कि राजस्थान के भरतपुर और अलवर से आकर हिंसा और उत्पात मचाने वाले 20 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि अभी भी 50 से ज्यादा संदिग्धों की तलाश जारी है। हरियाणा पुलिस इन आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए राजस्थान पुलिस की सहायता ले रही है। आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वे नूंह में जुनैद और नासिर का बदला लेने के आये थे। उन्होंने पुलिस की पूछताछ में बताया कि मोनू मानेसर अभी भी फरार है, पुलिस उसे पकड़ने में नाकाम रही।
आरोपियों ने कहा कि जब मोनू मानेसर ने बृजमण्डल की शोभायात्रा में शामिल होने का ऐलान किया तो हमें उससे बदला लेने का प्लान बनाया। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने इसके लिए व्हाट्सप ग्रुप बनाया गया था और सभी सूचनाओं को आदान प्रदान कर रहे थे। इस संबंध में हरियाणा के नूंह के एसपी नरेंद्र बिरजानिया ने कहा कि हरियाणा पुलिस राजस्थान के पुलिस से सम्पर्क में और उनके सहयोग से आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है।
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