कैग द्वारा द्वारका एक्सप्रेस के निर्माण में उठाये गए सवालों पर शनिवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इसमें घोटाला नहीं हुआ है बल्कि प्रॉफिट हुआ है। उन्होंने कहा इस सरकार के कार्यकाल में कोई यह कह दे कि पैसा लिया गया है तो जो बोले वह सजा भुगतने को तैयार हूं। गडकरी ने द्वारका एक्सप्रेस के बारे बताया कि यह हाईवे 29 किमी का है। उन्होंने कहा की हमने जो कैबिनेट नोट भेजा था उसमें लिखा था कि हम पांच किमी टू लेन हाईवे बनाएंगे। जिसकी कीमत 91 हजार करोड़ होगी।
उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि इसमें फ्लाईओवर और रिंग रोड कीमत बनाने के लिए इस्टीमेट डीपीआर बनाने के बाद तय किया जाने का निर्णय लिया गया था। उन्होंने कहा विपक्ष जिसे 29 किमी कह रहा है लेकिन असल में वह 230 किमी है। इसमें 6 टनल और 563 किमी टोटल लेन की सड़क है। इतना ही नहीं गडकरी ने आगे बताते हुए कहा कि हमने जो टेंडर निकाला था उसमें 206 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर था। उन्होने कहा कि हमने इस परियोजना में 12 फीसदी कम खर्च किया है।
उन्होंने कहा हमने इस संबंध में सीएजी अधिकारियों के सामने अपनी बात रखे थे ,लेकिन इस संबंध में लिखित जवाब नहीं दिए थे यही हमारी गलती हो गई। उन्होंने मीडिया और विपक्ष को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम लोग समय पर काम पूरा करने वाले हैं रिजल्ट ओरिएंटेड और करप्शन फ्री हैं। उन्होंने कहा इस सरकार के कार्यकाल में 50 हजार करोड़ का काम करवाया हूं कोई ठेकेदार या अन्य यह कह दे कि हमने एक पैसा भी लिया है तो जो कहे वह सजा भुगतने के लिए तैयार हूं।
बता दें कि 10 अगस्त को संसद में कैग की रिपोर्ट पेश की गई थी जिसमें कैग ने आरोप लगाया था. द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण में तय राशि से ज्यादा खर्च किया गया है। जिसके बाद विपक्ष सरकार पर हमलावार है।
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