Special session: केंद्र सरकार ने 18 -22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है। बताया जा रहा है कि इसकी शुरुआत पुरानी संसद में होगा। जबकि 19 सितंबर यानी गणेश चतुर्थी के दिन नई संसद में शिफ्ट किया जाएगा। यह सत्र पांच दिनों तक चलेगा। गौरतलब है कि विशेष सत्र का अभी तक एजेंडा साफ़ नहीं हुआ है। वैसे, वन नेशन,वन चुनाव, महिला आरक्षण जैसे मुद्दों की चर्चा है। लेकिन, सरकार ने इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की। कहा जा रहा है कि सरकार जी 20 शिखर सम्मेलन के बाद विशेष सत्र का एजेंडा फाइनल किया जाएगा।
गौरतलब है कि मंगलवार को विपक्ष ने विशेष सत्र के अजेंडे के बारे में मांग की। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि हम विशेष सत्र का बहिष्कार नहीं करेंगे। विपक्ष जनता से जुड़े मुद्दों जैसे महंगाई, बेरोजगारी मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा चाहता है। इस संबंध में सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र भी लिखा है। उन्होंने पत्र लिखकर सत्र का एजेंडा पूछा है। उन्होंने अडानी समूह से जुड़े नए खुलासे, जाति जनगणना,चीन जैसे मुद्दों पर जेपीसी गठित करने की मांग की है। इसके अलावा अन्य मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा की बात कही है।
सोनिया गांधी ने अपने पत्र में लिखा है कि ” मै इस बात का उल्लेख करना चाहूंगी कि विशेष सत्र राजनीति दलों से बिना बातचीत किए ही बुला लिया गया, विपक्ष को विशेष सत्र के एजेंडे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश में कहा कि विशेष सत्र का विपक्षी गठबंधन बहिष्कार नहीं करेगा। क्योंकि यह मौक़ा विपक्ष का अपना मुद्दा उठाने का है।
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