महिला आरक्षण बिल हाल ही में लोकसभा में पास हुआ है| इसके बाद राज्यसभा में इस बिल पर चर्चा जारी है| इसी पृष्ठभूमि में एनसीपी के शरद पवार गुट से सांसद सुप्रिया सुले ने महिला आरक्षण लागू करने को लेकर बड़ा बयान दिया है| सुप्रिया सुले ने कहा, ”2029 से पहले महिला आरक्षण लागू करना असंभव है|”
सुप्रिया सुले ने कहा, ”2029 से पहले महिला आरक्षण लागू करना असंभव है| क्योंकि पुनर्निर्माण अभी बाकी है| ये सिर्फ चुनाव का ‘जुमला’ है| हमारी पार्टी महिला आरक्षण का पूरा समर्थन कर रही है| ओबीसी के लिए भी आरक्षण होना चाहिए| आरक्षण समावेशी होना चाहिए. दूसरों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने का कोई मतलब नहीं है| सभी को साथ लेकर चलने में खुशी होती है।”
“महिला आरक्षण में सभी का योगदान”: “मोदी सरकार कहती है ‘सबका साथ, सबका विकास’। इसलिए अब उन्हें प्रयास करना चाहिए और सभी को ठीक करना चाहिए। महिला आरक्षण में सभी का योगदान है| सुप्रिया सुले ने कहा, इस बात पर विस्तृत चर्चा होनी चाहिए कि क्या महिला आरक्षण से सड़कों पर संघर्ष कर रही महिलाओं को निर्वाचित होने का मौका मिलेगा।
“कोई ‘हेडलाइन’ से पूरा अखबार नहीं पढ़ सकता”: “यह तभी स्पष्ट होगा जब हम समझेंगे कि पुनर्गठन का क्या होगा, जनगणना का क्या होगा। सुप्रिया सुले ने यह भी बताया कि सिर्फ मौजूदा अखबार की ‘हेडलाइन’ से पूरा अखबार नहीं पढ़ा जा सकता|
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