राज्य के नागपुर में शुक्रवार की आधी रात से शनिवार सुबह तक उपराजधानी में बादल फटने जैसी बारिश हुई। महज दो घंटे में शहर में 90 मिमी बारिश दर्ज की गई और महज 12 घंटे में 159.6 मिमी तक बारिश दर्ज की गई|
इससे पहले, नागपुर में 1962 में सितंबर महीने में 24 घंटों में सबसे अधिक 184.4 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। करीब 60 साल बाद आज सबसे ज्यादा रिकॉर्ड किया गया है| इस साल भी पूरे मॉनसून सीजन में 24 घंटों में यह सबसे ज्यादा रिकॉर्ड किया गया| रामदासपेठ, धंतोली, पंचशील चौक, सीताबर्डी इलाकों में पानी भर गया|
लोगों के घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों में पानी घुस गया और करोड़ों की क्षति हुई| इस क्षेत्र में अस्पतालों की संख्या अधिक है। जैसे ही पानी पहली मंजिल तक घुस गया, कई नागरिकों को नावों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। संभ्रांत समझी जाने वाली इन बस्तियों में नागरिकों को कई वर्षों के बाद पहली बार इस स्थिति का अनुभव हुआ।
पिछले साल 13 सितंबर को 24 घंटे में सबसे ज्यादा 127.4 मिमी बारिश हुई थी। दिलचस्प बात यह है कि कई वर्षों में सितंबर में होने वाली मासिक बारिश से भी अधिक बारिश आज 24 घंटों में हुई है।
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