महिला ने यह मैसेज अपने पति को तब भेजा जब उसका अस्पताल में इलाज चल रहा था। हत्यारा उनके घर आया था| उसने महिला के घर का दरवाजा खटखटाया| उसने अपने पति को संदेश भेजा था कि ‘तुम मुसलमानों को जीने का कोई अधिकार नहीं है’, उसने उसे चाकू मार दिया। इसी मैसेज का हवाला देते हुए पुलिस ने पत्रकारों को इसकी जानकारी दी|
जांच एजेंसियों ने निष्कर्ष निकाला है कि यह माय-लेक एक मुस्लिम है और उसे इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध की पृष्ठभूमि में निशाना बनाया गया था| इलिनोइस में विल काउंटी शेरिफ कार्यालय ने पीड़ितों की राष्ट्रीयता के बारे में अधिक जानकारी जारी नहीं की। हालांकि, सेंटर फॉर अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस (CAIR) के शिकागो कार्यालय ने कहा कि जिस लड़के की बात की जा रही है वह फिलिस्तीनी-अमेरिकी था।
“चुपचाप लाइब्रेरी जाओ और…”, एकनाथ शिंदे को संजय राउत की तंज भरा सलाह !