26 C
Mumbai
Saturday, November 23, 2024
होमदेश दुनिया33 साल बाद आडवाणी की रथ यात्रा के बाद सोमनाथ से शुरू...

33 साल बाद आडवाणी की रथ यात्रा के बाद सोमनाथ से शुरू हुआ ये खास अभियान​ !

सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट ने 10 पोथ्या की व्यवस्था की है। इन पोथ्याओं में भक्तों को राम नाम लिखना होता है। जब राम मंदिर और बाबरी मस्जिद का विवाद सुप्रीम कोर्ट में चल रहा था, तब सोमनाथ मंदिर बोर्ड ऑफ ट्रस्टी ने सोमनाथ मंदिर के सामने त्रिवेणी संगम पर राम मंदिर का निर्माण कराया था। इस मंदिर का उद्घाटन 2017 में हुआ था।

Google News Follow

Related

30 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के गांधीनगर से ‘राम नाम मंत्र लेखन यज्ञ’ की शुरुआत की| इसी अभियान के तहत गुजरात के सोमनाथ मंदिर इलाके में राम मंदिर में पोथ्या में भगवान राम का नाम लिखा जा रहा है|ये बर्तन 22 जनवरी 2024 को अयोध्या भेजे जाएंगे|

राम मंदिर के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा के 33 साल बाद इस तरह का अभियान चलाया जा रहा है| 23 अक्टूबर 1990 को लालू प्रसाद यादव की सरकार ने लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद राम मंदिर रथयात्रा को अचानक रोक दिया गया| इसके बाद राम मंदिर के लिए यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है|
सोमनाथ के राम मंदिर में भक्तों के लिए रखे गए 10 पोथ्या: सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट ने 10 पोथ्या की व्यवस्था की है। इन पोथ्याओं में भक्तों को राम नाम लिखना होता है।जब राम मंदिर और बाबरी मस्जिद का विवाद सुप्रीम कोर्ट में चल रहा था, तब सोमनाथ मंदिर बोर्ड ऑफ ट्रस्टी ने सोमनाथ मंदिर के सामने त्रिवेणी संगम पर राम मंदिर का निर्माण कराया था। इस मंदिर का उद्घाटन 2017 में हुआ था।

अयोध्या जाने वाले भक्तों के लिए विशेष बस योजना: सोमनाथ मंदिर ट्रस्टी ने अयोध्या जाने वाले भक्तों के लिए एक विशेष बस की भी योजना बनाई है। सोमनाथ मंदिर से राम मंदिर तक बस सेवा शुरू की जाएगी| निश्चित समय के बाद इन बसों को छोड़ दिया जाएगा। न्यासी मंडल ने यह भी कहा है कि जो श्रद्धालु पोथ्या में राम का नाम लिखेंगे उनके लिए भोजन की भी व्यवस्था की गई है|

गुजरात में भाजपा ने इस अभियान के तहत 24 जनवरी को हर गांव में मनाने का फैसला किया है|वेरावल से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व पदाधिकारी और प्रदेश भाजपा सचिव झवेरीभाई ठकरार ने कहा कि राम सभी के हृदय में हैं।

राम मंदिर का उद्घाटन 576 साल की लड़ाई की जीत का प्रतीक है|लोगों को यह समझाने के लिए कि हिंदुत्व क्या है, राम रथ यात्रा का आयोजन किया गया|अब हर गांव को राम मंदिर के उद्घाटन का जश्न मनाना चाहिए|उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हम इसके लिए हर संभव तैयारी कर रहे हैं|​ 

यह भी पढ़ें-

ब्रिटिश प्रधान मंत्री को विराट कोहली की हस्ताक्षरित ​बल्ला​ उपहार; विदेश मंत्री एस. जयशंकर सपत्नी​ का दौरा!

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,299फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
193,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें