देश में कोरोना संक्रमण दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। दिसंबर माह से कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है| इनमें से अधिकतर मरीज़ नए JN.1 सब-वैरिएंट के हैं, जिससे चिंता बढ़ गई है। नए साल में कोरोना संक्रमण फिर से बढ़ने से प्रशासन अलर्ट पर है। एम्स प्रबंधन के कोविड-19 दिशानिर्देशों के अनुसार, गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) वाले मरीजों का कोविड परीक्षण किया जाएगा। इसमें तीव्र श्वसन संक्रमण, लगातार बुखार या 38 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बुखार, लगातार 10 दिन से अधिक बुखार वाले मरीजों की कोविड जांच की जाएगी।
JN.1 वैरिएंट का बढ़ रहा खतरा: विशेषज्ञों के मुताबिक, कोविड-19 के अलग-अलग वैरिएंट के कारण कोविड वायरस के लक्षणों में बदलाव आ रहा है।भारत के अधिकांश नागरिकों को कोरोना निवारक वैक्सीन की खुराक मिल चुकी है। कई लोगों ने बूस्टर डोज भी ले लिया है|कोरोना वायरस का असर हर शरीर और उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर देखने को मिल रहा है। प्रत्येक रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता के आधार पर रोगियों में अलग-अलग लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
समय के साथ कोविड वायरस के लक्षणों में बदलाव: कोरोना महामारी फैलने के बाद से इस वायरस में कई बदलाव देखने को मिले हैं। समय के साथ-साथ कोरोना के भी अलग-अलग प्रकार सामने आए हैं। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने 8 दिसंबर को एक रिपोर्ट में कहा, ‘जेएन.1 वैरिएंट के लक्षणों की गंभीरता व्यक्ति की प्रतिरक्षा और स्वास्थ्य पर निर्भर करती है।’ ब्रिटेन के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि कोरोना के जेएन.1 सब-वेरिएंट से संक्रमित मरीजों में कुछ लक्षण सामने आए हैं।
समय के साथ कोविड वायरस के लक्षणों में बदलाव: कोरोना महामारी फैलने के बाद से इस वायरस में कई बदलाव देखने को मिले हैं। समय के साथ-साथ कोरोना के भी अलग-अलग प्रकार सामने आए हैं। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने 8 दिसंबर को एक रिपोर्ट में कहा, ‘जेएन.1 वैरिएंट के लक्षणों की गंभीरता व्यक्ति की प्रतिरक्षा और स्वास्थ्य पर निर्भर करती है।’ ब्रिटेन के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि कोरोना के जेएन.1 सब-वेरिएंट से संक्रमित मरीजों में कुछ लक्षण सामने आए हैं।
JN.1 उप-वेरिएंट के लक्षण : गला खराब होना, अनिद्रा, जुकाम, खाँसी, सिरदर्द, कमजोरी या थकान और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है| ब्रिटेन के डॉक्टरों के अनुसार, खांसी, गले में खराश, छींक आना, थकान और सिरदर्द कुछ सामान्य लक्षण हैं लेकिन ये इन्फ्लूएंजा के लक्षण भी हो सकते हैं। इसलिए, अगर आपमें लक्षण हैं तो कोरोना की जांच कराएं। यह कहना मुश्किल है कि नए स्ट्रेन के कारण होने वाले मामूली लक्षण परिवर्तन टीकाकरण से प्राप्त एंटीबॉडी के कारण हैं या पुराने संक्रमण के कारण। ज्यादातर लोगों में खांसी, गले में खराश, छींक आना, थकान और सिरदर्द जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं।
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