विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर बीमार पड़ गए हैं. इसलिए एनसीपी विधायकों की अयोग्यता याचिका पर सुनवाई टल गई है| इस पर सियासी घमासान शुरू हो गया है| इस मुद्दे पर उद्धव ठाकरे के राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने भी निशाना साधा| उन्होंने कहा, राहुल नार्वेकर की अचानक बीमारी भी एक राजनीतिक तख्तापलट है। शिवसेना विधायक अयोग्यता मामले का नतीजा 10 जनवरी को है|राऊत ने खबर ली कि नार्वेकर बीमार हैं और यह राजनीतिक भूकंप की शुरुआत है|
बावनकुले के बयान की खबर: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने बयान दिया था कि जनवरी महीने में राज्य में बड़ा राजनीतिक भूचाल आएगा| इस पर सांसद राउत ने पलटवार किया| राहुल नार्वेकर बीमार पड़ गए, उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक भूकंप की शुरुआत है| राहुल नार्वेकर की बीमारी को लेकर एक बार फिर हमले शुरू हो गए हैं|
31 जनवरी तक की समय सीमा: एनसीपी में विभाजन के बाद अजित पवार गुट और शरद पवार गुट ने एक-दूसरे के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर की है| विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के सामने सुनवाई शुरू होने वाली थी, लेकिन नार्वेकर की खराब सेहत के कारण सुनवाई रद्द कर दी गई| वह सर्दी-खांसी से पीड़ित बताया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष को एनसीपी विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिकाओं पर 31 जनवरी तक कार्यवाही पूरी करने का निर्देश दिया है। उससे पहले इन याचिकाओं पर फैसला आने की उम्मीद है|
मंत्रालय में सुगबुगाहट: सरकार राज्य सरकार को अपने दरवाजे पर खर्च कर रही है। एक कार्यक्रम पर एक करोड़ रुपये क्यों खर्च करें? उन्होंने सवाल किया कि यह कितना उचित है कि आज मुख्यमंत्री कार्यक्रम को जाति के प्रमाण के रूप में ले रहे हैं| मंत्रालय में सदैव सौभाग्य रहता है। मुझे नहीं पता कि मंत्री कहां जाते हैं| शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले ने आलोचना की कि मंत्रालय में कोई नजर नहीं आता|
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