प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात दौरे पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय था, जब देश के सभी प्रमुख कार्यक्रम दिल्ली से होकर जाते थे|मैंने भारत सरकार बहुउद्देशीय योजनाओं को दिल्ली से अब देश कोने-कोने पहुंचा दिया| वही, आज का यह कार्यक्रम भी इसी बात का गवाह है|पीएम मोदी ने गुजरात दौरे पर की गयी कार्यक्रमों में विकासोन्मुख योजनाओं को देश के विभिन्न विकास कार्यों, उद्धघाटन, लोकार्पण और शिलान्यास आदि की एक नयी परंपरा को आगे बढ़ा रहा है|
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय गुजरात पर देश को पांच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) देश को समर्पित कर दिया है। इस दौरान मोदी ने राजकोट (गुजरात), बठिंडा (पंजाब), रायबरेली (उत्तर प्रदेश), कल्याणी (पश्चिम बंगाल) और मंगलागिरी (आंध्र प्रदेश) आदि राज्यों में एम्स का निर्माण किया गया है।
मोदी ने याद किया राजकोट: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरे जीवन का कल एक महत्वपूर्ण दिन था। उन्होंने बताया कि 22 साल पहले राजकोट ने मुझे पहली बार मुझे आशीर्वाद दिया था, अपना विधायक चुना था और आज पहली बार राजकोट के विधायक के तौर पर गांधीनगर विधानसभा में शपथ ली थी।
गुजरात दौरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर प्रसिद्ध भगवान कृष्ण मंदिर द्वारकाधीश में पूजा-अर्चना की। वही, गुजरात में गोमती नदी और अरबियन सागर के द्वारा पर स्थित, राजसी द्वारकाधीश मंदिर वैष्णवों, द्वारकाधीश मंदिर चार धामों में से एक है।
देश का सबसे लंबा केबल-आधारित पुल: इसके पहले ‘सिग्नेचर ब्रिज’ के नाम से जाने जाने वाले इस पुल का नाम बदलकर ‘सुदर्शन सेतु’ या सुदर्शन ब्रिज कर दिया गया है। बेट द्वारिका ओखा बंदरगाह के पास एक द्वीप है, जो द्वारिका शहर से लगभग 30 किमी दूर है, जहां भगवान कृष्ण का प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर स्थित है।
गुजरात में बेट द्वारिका द्वीप को जोड़ता: बता दें कि 979 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बने इस पुल में चार लेन की चौड़ी सड़क है, जिसकी चौड़ाई 27.20 मीटर है, जिसके दोनों ओर 2.50 मीटर चौड़े फुटपाथ हैं। ‘सुदर्शन सेतु’ भारत का सबसे लंबा केबल-आधारित पुल है, जो ओखा मुख्य भूमि और गुजरात में बेयट द्वारका द्वीप को जोड़ता है।
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