बारामती में बहुप्रतीक्षित महा रोजगार मेला आज समाप्त हो रहा है। हालांकि यह कार्यक्रम विद्या प्रतिष्ठान के मैदान में आयोजित किया गया था, जिसके संस्थापक अध्यक्ष शरद पवार हैं, लेकिन यह कार्यक्रम राज्य भर में चर्चा का विषय बन गया क्योंकि स्थानीय सांसद सुप्रिया सुले और खुद शरद पवार को आमंत्रित नहीं किया गया था। दो दिन पहले सांसद सुप्रिया सुले को निमंत्रण पत्र दिया गया था| इसमें शरद पवार का नाम नहीं था|फिर भी शरद पवार और सुप्रिया सुले ने ऐलान किया कि हम कार्यक्रम में जाएंगे|
शरद पवार ने पत्र लिखकर सीधे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अपने घर पर रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया। आज जब वास्तविक कार्यक्रम का समापन हो रहा था तो अजित पवार और सुप्रिया सुले एक ही मंच पर आये|
सुप्रिया सुले ने घोषणा की थी कि मैं मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार का स्वागत करूंगी|ऐसे में आज जैसे ही मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री मंच पर आए, सुप्रिया सुले ने आगे बढ़कर उनका स्वागत किया|उन्होंने हाथ जोड़कर एकनाथ शिंदे का स्वागत किया|
लेकिन शिंदे के पीछे खड़े अजित पवार ने जनता के सामने हाथ हिलाना शुरू कर दिया और सुप्रिया सुले को नजरअंदाज कर दिया|इसके बाद सुप्रिया सुले ने देवेंद्र फडणवीस से संपर्क किया|सुले ने भी उनका स्वागत किया|इस समय अजित पवार और सुप्रिया सुले एक-दूसरे से नजरें मिलाने से बचते रहे|इस बीच जब शरद पवार भी मंच पर आ रहे थे तो उन्होंने दिलीप वलसे पाटिल से नजरें मिलाने से परहेज किया|शरद पवार मंच पर आए और झट से अपनी सीट पर बैठ गए| हालांकि, सुप्रिया सुले ने दिलीप वलसे पाटिल से मुलाकात की और उनसे हाथ मिलाया|
इस बीच, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने भाषण में उपस्थित लोगों के नाम बताए। क्या वे इस बार शरद पवार और सुप्रिया सुले का नाम लेंगे? इस पर दर्शकों का ध्यान आकर्षित हुआ| अजित पवार ने राज्य के मंत्रियों का नाम लेने के बाद सिर्फ ‘आदरणीय पवार साहब, सुप्रिया सुले’ का जिक्र किया| उन्होंने सांसद के तौर पर सुप्रिया सुले का जिक्र नहीं किया| साथ ही शरद पवार का पूरा नाम नहीं लिया गया|
दूसरी ओर, उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शरद पवार और सुप्रिया सुले का उचित उल्लेख किया।बारामती में होने वाले ‘नमो महा रोजगार मेलावा’ में एनसीपी अध्यक्ष शरद चंद्र पवार को आमंत्रित नहीं करने पर विवाद शुरू होने के बाद जिला प्रशासन ने पवार को आमंत्रित किया है| इसके बाद जिला प्रशासन की ओर से बैठक का संशोधित निमंत्रण कार्ड जारी किया गया|
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