एनसीपी के शरद पवार समूह के विधायक रोहित पवार ने बारामती एग्रो लि. की ईडी ने कन्नड़ सहकारी चीनी फैक्ट्री की संपत्ति जब्त कर ली है। इस बार ईडी ने 50.20 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है| इस कार्रवाई के बाद रोहित पवार ने एक्स एकाउंट पर विस्तृत स्थिति जाहिर की थी| उन्होंने दृढ़ता से कहा था कि चाहे मुझ पर कितना भी दबाव डाला जाए, मैं भाजपा में शामिल नहीं होंगे| इसके बाद उन्होंने एक्स अकाउंट के जरिए एक बार फिर चाचा अजित पवार पर निशाना साधा है|
रोहित पवार ने क्या कहा?: रोहित पवार ने एक्स पर एक पोस्ट में कहायुवाओं और आम लोगों के सवाल पर एक ‘बच्चा’ जोश में 800 किलोमीटर दौड़ गया, जब उन्होंने पैदल संघर्ष किया तो कुछ लोगों ने आलोचना की कि ‘उन्होंने क्या संघर्ष किया?’ वे उनसे कहना चाहते हैं कि बुलेट ट्रेन से भी तेज गति से भूमिका बदलने और नफरत फैलाने वाले ‘मित्र’ के साथ सत्ता का संरक्षण लेकर आप आलोचना करने का सुझाव देते हैं, लेकिन मेरा संघर्ष सार्वजनिक है और मुझमें यह बताने का साहस है कि मैंने व्यवसाय कैसे खड़ा किया।
किस बांध से साम्राज्य खड़ा किया?: रोहित पवार ने आगे अजित पवार को संबोधित करते हुए कहा, ”लेकिन क्या आप हमें यह कहने की हिम्मत है कि आपने किस संघर्ष से और किस ‘बांध’ से साम्राज्य खड़ा किया? आज मेरे खिलाफ कार्रवाई से आपको और आपके नये दोस्त को गुदगुदी हो सकती है, लेकिन लोकसभा चुनाव में जनता आपको दिखाने से नहीं चूकेगी|
इसकी झलक अब टिकट आवंटन में दिखने लगी है|आप जो भी मंत्री पद और टिकट चाहते हैं, उसके लिए आपको सौ दिल्लीवासी मिल जाएंगे, लेकिन आप कभी भी महाराष्ट्र के मुद्दों पर दिल्ली में उठती आवाज नहीं सुनेंगे।”
रोहित पवार ने घाटे में चल रही फैक्ट्रियां खरीदीं?: ईडी ने कंपनी ‘बारामती एग्रो लिमिटेड’ के स्वामित्व वाली फैक्ट्री ‘कन्नड़ सहकारी कारखाना लिमिटेड’ की 161.30 एकड़ जमीन, प्लांट, मशीनरी और बिल्डिंग आदि को जब्त करने की कार्रवाई की| ईडी ने कहा है कि इन संपत्तियों की कुल रकम 50.20 करोड़ है|आरोप है कि रोहित पवार की बारामती एग्रो और अन्य कंपनियों ने संदिग्ध लेनदेन में मिलीभगत की और नीलामी के माध्यम से घाटे में चल रही चीनी मिलें खरीदीं।
कन्नड़ सहकारी चीनी फैक्ट्री (एसएसके) को भी रोहित पवार की बारामती एग्रो कंपनी ने 50 करोड़ रुपये में खरीदा था। ईडी इस बात की भी जांच कर रही है कि कन्नड़ एसएसके को खरीदने के लिए बारामती एग्रो को पैसे कहां से मिले।
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