हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ विवादित बयान देकर विवाद खड़ा करने वाले समाजवादी पार्टी के नेता को कोर्ट ने तगड़ा झटका दिया है|सपा के पूर्व महासचिव और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ देवी-देवताओं के खिलाफ बयान देकर लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने और समाज में नफरत फैलाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है| एमपी/एमएलए कोर्ट के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अंबरीश श्रीवास्तव ने वजीरगंज थाना प्रभारी को मौर्य के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है|
स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग वाली याचिका कोर्ट में दाखिल की गई थी| मजिस्ट्रेट ने शनिवार (16 मार्च) को फैसला सुनाया। पिछले साल दिवाली पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर विवाद खड़ा कर दिया था|12 नवंबर को लक्ष्मी पूजा के दिन देशभर में लोगों ने घर-घर जाकर लक्ष्मी पूजा की. इस बीच मौर्य ने अपनी पत्नी की पूजा की और कुछ तस्वीरें एक्स पर शेयर कीं।साथ ही इस फोटो को शेयर करते हुए उन्होंने देवी लक्ष्मी को लेकर विवादित बयान दिया था|
स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक्स पर लिखा था कि मैंने दीपोत्सव के मौके पर अपनी पत्नी की पूजा की और उनका सम्मान किया| दुनिया के किसी भी धर्म, जाति, नस्ल, रंग या देश में पैदा हुए बच्चे के दो हाथ, दो पैर, दो कान, दो आंखें और दो छेद वाली एक नाक, एक सिर, एक पेट और एक पीठ होती है। लेकिन, चार हाथ, आठ हाथ, दस हाथ, बीस हाथ, हजार हाथ वाला बच्चा अभी तक इस दुनिया में पैदा नहीं हुआ है।
तो फिर चतुर्भुजी लक्ष्मी का जन्म कैसे हो सकता है? यदि आप लक्ष्मी की पूजा करना चाहते हैं तो आपको अपनी पत्नी की पूजा करनी चाहिए, उसका सम्मान करना चाहिए। क्योंकि वह आपके परिवार का पालन-पोषण करती है, घर में सुख-समृद्धि का ख्याल रखती है। यह अपनी जिम्मेदारी भी निभाता है|
स्वामी प्रसाद मौर्य पहले भी हिंदू देवी-देवताओं को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं। दिवाली से पहले एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि अयोध्या में श्री राम की मूर्ति स्थापित करना एक तरह का धोखा है| बौद्ध महोत्सव के दौरान उन्होंने रामायण की कुछ पंक्तियां पढ़ीं और विवादित बयान दिया| मौर्य ने कहा, सरकार ने अयोध्या में दिखावा किया है| देश के युवाओं और नागरिकों को धोखा देने के लिए सरकार ने अयोध्या में राम की मूर्ति स्थापित करने का स्वांग रचा है|
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