केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आलोचना करते हुए कहा कि नकली शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ मिलकर मुस्लिम वोट बैंक के साथ राजनीति कर रहे हैं।शाह ने रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र में महागठबंधन के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के लिए प्रचार करने के लिए एक सार्वजनिक बैठक की।
इस मुलाकात में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों में देश की सुरक्षा, नक्सलियों के खात्मे, राम मंदिर निर्माण, धारा 370 को हटाने की प्रक्रिया, विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं आदि का ब्यौरा दिया|शाह ने विकसित भारत का सपना देखने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर जिताने की अपील करते हुए चेतावनी दी कि अगर लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में विपक्ष सत्ता में आया तो एक अस्थिर सरकार बनेगी।
शाह ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता पाने के लिए ठाकरे ने कांग्रेस और पवार के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है|ऐसा व्यक्ति महाराष्ट्र का स्वाभिमान बरकरार नहीं रख सकता|वे तीन तलाक, समान नागरिक कानून, मुस्लिम पर्सनल लॉ आदि मुद्दों पर कोई स्टैंड नहीं ले सकते।उन्होंने ये समझौता कांग्रेस के पास अब तक रहे मुस्लिम वोट बेस को बदलने के लिए किया है|इसलिए, भले ही उनका जन्म बालासाहेब ठाकरे से हुआ था, बालासाहेब की विरासत को एकनाथ शिंदे, राज ठाकरे और नारायण राणे द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है।
डॉ.आंबेडकर का जिक्र नहीं: भाषण की शुरुआत में शाह ने सिर्फ पी.केन और महर्षि धोंडो केशव कर्वे का उल्लेख किया। विवादास्पद कोकरे महाराज के भाषण को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले, रत्नागिरी जिले के संरक्षक मंत्री उदय सामंत, महायुति उम्मीदवार नारायण राणे आदि ने भी संबोधित किया। महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम द्वारा गौशालाओं के लिए जमीन अधिग्रहण को लेकर विवादों में रहे कोकेरेमहाराज ने इस बैठक में जोरदार भाषण भी दिया|
यह भी पढ़ें-
पाक सेना और भारत पर देश के लोगों की हत्याएं करने का इमरान ने लगाए आरोप ?