गर्मियों में कुछ ठंडा खाने-पीने से सर्दी-खांसी-बुखार की समस्या हो जाती है। लेकिन इसे साधारण समस्या समझकर नजरअंदाज न करें या सिर्फ घरेलू उपाय ही करते रहें। क्योंकि ये H1N1 वायरस के लक्षण हो सकते हैं| एक ही दिन में इस वायरस से संक्रमित दो मरीजों की मौत हो गई है| अब तक 28 मरीज संक्रमित हो चुके हैं।नासिक में स्वाइन फ्लू के मरीज मिलने से नासिक नगर पालिका की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है| इससे पहले अप्रैल 2024 में भी मालेगांव में दो मरीजों की मौत हो चुकी है| उस वक्त 20 दिनों में स्वाइन फ्लू से दो लोगों की मौत हो गई थी| अब दो महीने बाद स्वाइन फ्लू से मौत के मामले सामने आए हैं।
हाल में ही अमेरिका में बर्ड फ्लू के तीसरे मानव मामले की पहचान की गई है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने कहा कि यह अमेरिकी राज्य मिशिगन में एच5एन1 का दूसरा मानव मामला था। इससे पहले अप्रैल में टेक्सास में बर्ड फ्लू से एक व्यक्ति को संक्रमित पाया गया था।
इससे पहले अप्रैल की एक रिपोर्ट में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने खुलासा किया था कि बर्ड फ्लू का वायरस गाय के कच्चे दूध में भी पाया गया है। इतना ही नहीं दूध में वायरस बहुत उच्च सांद्रता में देखा गया था। वैज्ञानिकों का कहना है कि इंसानों में एच5एन1 का संक्रमण कोरोना से कई गुना घातक हो सकता है। इससे बचाव को लेकर सभी लोगों को निरंतर सावधानी बरतते रहना चाहिए।
अमेरिका के साथ-साथ अब भारत में भी एच5एन1 वायरस के मामले बढ़ने को लेकर अलर्ट किया गया है। केंद्र सरकार ने एवियन इन्फ्लूएंजा को लेकर एक एडवाइजरी जारी करते हुए चार राज्यों को विशेष सावधानी बरतते रहने की सलाह दी है। प्रभावित राज्य आंध्र प्रदेश (नेल्लोर जिला), महाराष्ट्र (नागपुर जिला), झारखंड (रांची जिला) और केरल (अलपुझा, कोट्टायम और पथानामथिट्टा जिले) हैं। केंद्र सरकार ने कहा है कि सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) पक्षियों या मुर्गियों में किसी भी असामान्य मृत्यु पर नजर रखें। इसके साथ ही सभी लोगों को इनके निकट संपर्क में आने से बचना जरूरी है।
H1N1 वायरस क्या है?: H1N1 वायरस एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है जो सामान्य खांसी और सर्दी से शुरू होता है। इससे होने वाली बीमारी को स्वाइन फ्लू कहा जाता है। स्वाइन फ्लू एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। 2009 में पहली बार इंसानों में स्वाइन फ्लू के लक्षण देखे गए थे। ये बीमारी पूरी दुनिया में फैल चुकी है| WHO ने 2010 में H1H1 को महामारी घोषित किया था। संक्रमण होने के कारण यह रोग अधिक लोगों को प्रभावित करता है। कोविड-19 की तरह, इसकी रोकथाम के लिए टीकाकरण भी आवश्यक हो सकता है।
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