लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी ‘इंडिया’ गठबंधन के मिलकर चुनाव लड़ा| और 4 जून के आये चुनाव परिणाम के बाद 37 सीटें लेकर प्रदेश में सबसे दल के रूप में उभरा हुआ है| वही, इस चुनाव में सपा मुखिया अखिलेश यादव कन्नोज लोकसभा सीट से चुनाव जीते हैं। सपा मुखिया इससे पहले मैनपुरी की करहल विधानसभी सीट से विधायक हैं। ऐसे में उन्हें एक सीट से इस्तीफा देना पड़ेगा|
बता दें कि संसद में सपा सांसदों की संख्या अधिक होने के कारण पार्टी नेता कयास लगा रहे हैं कि अखिलेश यादव दिल्ली की राजनीति करें। सपा प्रमुख की जीत के साथ ही समाजवादी पार्टी ने इस बार लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया है। इस जीत से समाजवादी पार्टी देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आया है। लोकसभा के नतीजों से सपा हाईकमान भी उत्साहित है।
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल विधानसभा सीट से विधायक हैं। लोकसभा चुनाव में सपा सुप्रीमों ने कन्नौज लोकसभा सीट से जीत हासिल की है।लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन किया है। इस प्रदर्शन से पार्टी हाईकमान उत्साहित है। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल विधानसभा सीट छोड़ सकते हैं। वहीं कुछ नेताओं ने तो चुनाव लड़ने के लिए तैयारी भी शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक इस संबंध में पार्टी हाईकमान की ओर अभी तक कोई स्पष्ट नहीं किया गया है|
अखिलेश यादव अगर करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा देते हैं तो ऐसी स्थिति में यहां सपा की ओर से कई दावेदार हो सकते हैं। सैफई परिवार से अखिलेश यादव, डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव, आदित्य यादव और अक्षय यादव सांसद चुने जा चुके हैं। ऐसे में पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव, पूर्व एमएलसी अरविंद यादव, पूर्व विधायक सोबरन सिंह यादव दावेदार हो सकते हैं। जिला अध्यक्ष ने कहा कि इस संबंध में जो भी निर्णय लेना है वह राष्ट्रीय अध्यक्ष का होगा। फिलहाल जिला कार्यकारिणी को इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी गई है, जो भी निर्णय लिया जाएगा पार्टी के पदाधिकारी उसका स्वागत करेंगे।
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