अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं|इसलिए केंद्र सरकार ने राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने पर ध्यान दिया है| 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन किया गया। मोदी 3.0 सरकार का काम शुरू होते ही अयोध्या के लिए बड़ा फैसला लिया गया है| अयोध्या में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) हब बनाया जाएगा। उग्रवादियों के खतरे को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है| जम्मू-कश्मीर में पिछले तीन दिनों से जारी आतंकी हमलों के चलते देश के अन्य संवेदनशील स्थानों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है|
एनएसजी हब बनेगा अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। इसलिए केंद्र सरकार ने राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने पर ध्यान दिया है| 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन किया गया। इसके बाद देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ काफी बढ़ गई है| प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालु आ रहे हैं। इसलिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के लिए कदम उठाए गए हैं|अब केंद्र सरकार ने अयोध्या में एनएसजी हब बनाने की योजना तैयार की है| एनएसजी में ब्लैक कैट कमांडो तैनात हैं|
एनएसजी तैनात करने का फैसला: केंद्र सरकार ने अयोध्या में एनएसजी कमांडो तैनात करने का फैसला किया है| गृह मंत्रालय ने यह फैसला अयोध्या आने वाले राम भक्तों की सुरक्षा के लिए लिया है| साथ ही आतंकी हमले जैसी स्थिति से निपटने के लिए भी इस योजना पर काम किया गया है| अयोध्या मंदिर की सुरक्षा एनएसजी को दी जाएगी| एनएसजी किसी भी तरह के ऑपरेशन के लिए हमेशा तैयार रहती है|
फिलहाल अयोध्या की सुरक्षा एसएसएफ को: केंद्र सरकार ने अयोध्या में एनएसजी की नियुक्ति की पूरी तैयारी कर ली है| इस संबंध में राज्य सरकार को सूचित कर दिया गया है| एनएसजी हब के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। फिलहाल अयोध्या की सुरक्षा SSF को दी गई है| इन कमांडो को एनएसजी ने ट्रेनिंग दी है| स्पेशल फोर्स के 200 कमांडो अयोध्या की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे हैं|
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