2 जुलाई को उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग कार्यक्रम में भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई| इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में हड़कंप मच गया| चर्चा थी कि भोले बाबा नाम के बाबा के भक्तों में दलित अधिक हैं| उसके बाद अब बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने ऐसे बाप-दादाओं का अनुसरण करने के बजाय डाॅ. बाबा साहब अंबेडकर के बताए रास्ते पर चलने की अपील की।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा, ”गरीबों, दलितों और वंचितों को अपनी समस्याएं भोले बाबा जैसे बुआ-बाबाओं के कानों तक ले जाने की कोई जरूरत नहीं है| ऐसे कुरीतियों से समाज गुमराह होता है। समाज को अंधविश्वास की राह पर ले जाने का काम पिता कर रहे हैं। मायावती ने ’एक्स’ पर पोस्ट कर अपने विचार व्यक्त किए हैं|
”गरीब, दलित डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर के विचारों पर चलते हुए सत्ता अपने हाथ में लें और अपनी किस्मत खुद बदलने का प्रयास करें। बेशक इसके लिए आप सभी को बसपा से जुड़ना होगा। तभी वंचितों, गरीबों को हाथरस जैसी त्रासदी से बचाया जा सकता है। मायावती ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि हाथरस में भगदड़ के कारण 121 लोगों की जान जाने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और भोले बाबा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की|
मायावती ने आगे कहा, ”हाथरस मामले में भोले बाबा और अन्य संबंधित दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही भोले बाबा जैसे अन्य बाबाओं पर भी कार्रवाई होनी चाहिए| ऐसे में सरकार को राजनीतिक हित देखे बिना कार्रवाई में कोई गलती नहीं करनी चाहिए| ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं में लोगों को अपनी जान न गंवानी पड़े।”
भगदड़ मामले में पुलिस ने अब तक छह सेवादारों को गिरफ्तार किया है|इन सेवादारों ने 2 जुलाई को हाथरस के फुलरई गांव में सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा का सत्संग आयोजित किया था,जिसमें सत्संग खत्म होने के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी|
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