पूरी दुनियां में अमेरिका अपने बंधुआ मज़दूरी और गुलामों की खरीद फरोख्त के विरोध में बने सख्त कानूनों के लिए प्रसिध्द है। वहीं अमेरिका में मानव तस्करी करने और उनसे जबरन मज़दूरी करवाने का मामला प्रकाश में आया है।
यह मामला अमेरिका के राज्य टेक्सस के शहर प्रिंस्टन का है, जहां कुछ दिन पहले पेस्ट कण्ट्रोल डिपार्टमेंट ने खबर दी की संभाव्यता कॉलिन काउंटी के गिन्सबर्ग लेन पर स्थित एक घर में कुछ मजदूरों को रखा गया है। दरअसल मार्च में उन्हें उस घर से पेस्ट कंट्रोल का काम मिला था। उन्होंने अनुमान लगाया था की यह जबरन मजदूरी का मामला हो सकता है।
जिसके बाद प्रिंस्टन पुलिस विभाग ने तुरंत अपनी ओर से पड़ताल शुरु की,जांच के दौरान पुलिस उस घर में गई, जहां पुलिस इंस्पेक्टर ने 15 महिलाओं को जमीन पर सोते हुए पाया। उन्हें वहां महिलाओं के बड़े बड़े सूटकेस भी मिले।
पुलिस ने बताया की इस घर में कुछ कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक्स और ब्लैंकेट्स भी मिले, पर यहां एक भी फर्नीचर का समान नहीं था। पीड़ित महिलाओं को बचाया गया है और प्रशासन की मदद से उनका पुनर्वसन किए जाने की बात भी पुलिस ने कही है।
जांच के बाद मामले में शामिल चार आरोपी चंदन दासिरेड्डी (24), संतोष कटकूरी (31), द्वारका गुंडा (31) और अनिल माले (37) को प्रिंस्टन पुलिस ने हिरासत में लिया। पुलिस के अनुसार चारों आरोपियों पर मानव तस्करी और बंधुआ मजदूरी करवाने के तहत मुक़दमा चलाया जाएगा।
यह भी पढ़े-
महाराष्ट्र के किसानों को मिलने वाली मुफ्त बिजली से नाराज़ शरद पवार !