सीबीआई ने अपने स्पेशल कोर्ट से आये एक निर्णय को कुछ दिन (9 जुलाई) पहले सार्वजनिक किया, जिसमें उन्होंने एक पीएचडी के छात्र विक्टर जेम्स राजा को आजीवन करावास और 6.54 लाख रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई गयी है।
दरअसल यह मामला मार्च 2023 का है, जब तमिलनाडु के तंजावुर जिले के सालियमंगलम से सीबीआई ने 35 वर्षीय रिसर्च स्कॉलर व्हिक्टर जेम्स राजा को गिरफ्तार कर लिया। असल में विक्टर ने कई बार लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऑफिस में इमेल्स किए थे। जिनका विवरण कभी प्रकाशित नहीं किया गया। जानकारों ने कहा है की यह इमेल्स बेहद आपत्तिजनक, अपमानजनक और ओंछे दर्जे के थे, जिसके बाद विक्टर राजा को सीबीआई ने पकड़ लिया।
प्रधानमंत्री को इमेल्स करने वाले की हरकतों की जांच पड़ताल शुरू हुई, जिसमें पता चला की विक्टर राजा एक सीरियल चाइल्ड एब्यूजर अर्थात बच्चों के साथ अश्लीलता करता है साथ ही उनके अश्लील वीडियो किसी पोर्न माफिया की प्राइवेट साईट पर अधिक पैसे कमाने के लिए अपलोड भी करता है, जो की यह सभी सबुत उन्हें इंटरपोल की डेटाबेस से मिले।
पूछताछ में पता चला की विक्टर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया करता था, और कुछ बच्चों को लालच देकर या उन्हें डरा धमकाकर उनसे अश्लील हरकते करता था या उन्हें आपस में अश्लील चीजें करने के लिए मजबूर करता था। इसी के साथ उनसे वो नए बच्चों लाने को भी कहता था। उसकी इन वीडियो पर बड़ी संख्या में विवरशिप देखी गई है।
इंटरपोल से मिली गुप्त सूचना के आधार पर, सीबीआई ने आरोपी के घर से डिवाइसेस और आपत्तिजनक साक्ष्य बरामद किए है। आईसीए ने बताया है की वो जिनके साथ ये हरकते करता था उनमें मात्र दस साल की बच्ची भी थी जिसके साथ विक्टर ने चार साल तक अश्लीलता की, और उसका निर्वस्त्र वीडियो गूगल पर अपलोड भी किया था।
सीबीआई ने ऐसे आठ पीड़ित बच्चों का पता लगाया है, जिनके साथ विक्टर राजा ने दरिंदगी की थी। उन बच्चों की उम्र पांच से आठ वर्ष के बीच है। सभी साक्ष्यों और तथ्यों के साथ सीबीआई ने विक्टर जेम्स राजा पर पोक्सो (POCSO) और आईपीसी सेक्शन 120 B के तहत मामला दर्ज किया। उस पर अगले 2 महीने में चार्जशीट दाखिल किया गया।
इस केस को फ़ास्ट ट्रैक कराने के लिए सीबीआई ने तंजावुर के स्पेशल पोक्सो कोर्ट की सहायता ली, जिसमें 34 साक्ष्यों का एग्जामिनेशन और क्रॉस एग्जामिनेशन किया गया। सभी तथ्यों, प्रमाणों और साक्ष्यों को देखते हुए कोर्ट ने विक्टर जेम्स राजा को आजीवन कारावास की सजा सुना दी है। साथ ही में सरकार ने पीड़ित बच्चों को प्रति पीड़ित को चार लाख देने की घोषणा की है। ‘
प्रधानमंत्री को इमेल्स करने की वजह से विक्टर पकड़ा गया| वरना शायद ही वो पकड़ा जाता, इस बात से हैरान स्थानिकों में चिंता और भय का माहौल है।
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