केरल के वायनाड जिले के मेप्पडी में भूस्खलन की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़ गई है और इस घटना में अब तक 256 लोगों की मौत हो चुकी है| 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं| उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है| इसके अलावा 190 नागरिक अभी भी लापता हैं| अहम बात यह है कि केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने जानकारी दी है कि अब तक 1000 नागरिकों को मलबे से बाहर निकाला जा चुका है|
एक रिपोर्ट के मुताबिक, सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की ओर से फिलहाल राहत प्रयास जारी हैं. हालांकि, खराब मौसम और बारिश बचाव कार्य में दिक्कत पैदा कर रही है। इसके अलावा यहां के नागरिकों को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने के लिए सेना द्वारा कोझिकोड में एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है।
केरल के मुख्यमंत्री ने बुलाई सर्वदलीय बैठक: इस घटना को देखते हुए केरल के मुख्यमंत्री ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है| इस बैठक में समग्र स्थिति पर चर्चा की जाएगी| वायनाड में भूस्खलन आपदा के बाद केरल सरकार ने दो दिन के शोक की घोषणा की है|
अगले दो दिनों के लिए बारिश का रेड अलर्ट जारी: इस बीच, मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों तक केरल के इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में भारी बारिश की आशंका है। इस इलाके में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है| यह भी अनुमान लगाया गया है कि भारी बारिश के कारण कुछ जगहों पर फिर से भूस्खलन हो सकता है। केरल सरकार की ओर से दो हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 भी जारी किए गए हैं|
प्रधानमंत्री मोदी का मदद का वादा: मंगलवार (30 जुलाई) तड़के मेप्पाडी के पहाड़ी इलाकों में हुए भूस्खलन से 4 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं| इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की है और आश्वासन दिया है कि इस घटना के बारे में जानने के बाद केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद प्रदान की जाएगी| केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि इस घटना में मारे गए लोगों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे|
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