बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी हिंसा ने इतना भयंकर रूप धारण कर लिया है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा देकर भारत में रहने को मजबूर हो गई है। वहीं बांग्लादेश की सुरक्षा और राजनीती में सेंध लगा कर देश की सत्ता हथियाने में लगी बांग्लादेश की सांप्रदायिक ताकदें भी अपना सिर उठा चुकीं है। बांग्लादश की इस्लामिक तंजीमों ने जिहाद के नाम पर खुलकर हिंदू समुदाय की टार्गेट किलिंग शुरु कर दी है। भारत से बांग्लादेश में फसें पीड़ित हिंदुओं को छुड़ाने और उनकी सुरक्षा करने की मांग उठ रही है।
बांग्लादेश के मशहूर गीतकार राहुल आनंद का पुश्तैनी घर भी इस्लामिक कट्टरपंथियों ने फूंक दिया है। बताया जा रहा है कि, राहुल आनंद का घर 140 साल से भी पुराना था, जिसे दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया था। बता दें मशहूर गीतकार, संगीतकार राहुल आनंद के घर में रखा सभी पुश्तैनी सामान के साथ संगीत वाद्य को भी जलाया गया है। इस हमले के पीछे कारण मात्र राहुल आनंद का हिंदू होना है, साथ ही इस्लामिक शरिया के अनुसार गाना-बजाना कुफ्र है। हमले में गीतकार राहुल आनंद और उनका परिवार की जान किसी तरीके से बच गयी, पर घर में किसी तरह का सामान नहीं बचा।
बांग्लादेश में चल रहीं हिंसा का रूप इतना भयावह है की अवामी लीग के 20 नेताओं को दंगाइयों ने कतल कर दिया है।सोमवार (5 अगस्त) को बांग्लादेश से 400 पुलिस चौकियों पर हमले की खबर भी सामने आयी थी। जानकारी के अनुसार, बांग्लादेश के 27 जिलों में हिंदुओं पर हमले किए गए है। उत्तरी प्रदेश में हिंदुओ के घरों, मकानों, मंदिरों को जलाया जा रहा है। कुछ जिलों से हिंदू महिलाओं के साथ जबरदस्ती की घटनाएं भी सामने आयी है।
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