गुरुवार (8 अगस्त) के सुबह जापान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए है। बताया जा रहा है की जापान के दक्षिणी तटों पर 7.1 रिश्टर स्केल के झटके लगे है। भूकंप के बाद जापान के दक्षिण में स्थित क्यूशू और शिकोकू द्वीपसमूहों को सुनामी के खतरे का इशारा दिया गया है।
शुरुआत में जापान में भूकंप की तीव्रता रिश्टर स्केल पर 6.9 दर्ज की गई थी। हालाँकि, बाद में अनुमान को संशोधित कर रिश्टर पैमाने पर 7.1 कर दिया है। भूकंप के दौरान जापान के दक्षिणी मुख्य द्वीप भूकंप की चपेट में आ गए थे ऐसी जानकारी मिली है। मौसम विज्ञान संस्थानों ने यह भी कहा है कि इस भूकंप की गहराई 30 किमी तक फैली है। जापान मौसम विज्ञान संस्थान के पूर्वानुमान अनुसार, दक्षिणी तट पर लगभग 1 मीटर लहरों की सुनामी आने की आशंका है।
इससे पहले भी जापान को नए साल के दूसरे दिन ही भूकंप का सामना करना पड़ा था। 2 जनवरी को जापान की धरती भूकंप से हिल गई थी, साथ ही सुनामी का भी खतरा मंडरा रहा था समुद्र में भयंकर लहरों ने जापान के जनजीवन को भयग्रस्त किया था। उस समय जापान प्रशासन ने करीब एक लाख नागरिकों को तट से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया था।
आप को बता दें की, पृथ्वी के गर्भ में मौजूद सरकने वाली 7 टेक्टोनिक प्लेट्स के सरकने और आपस में टकराने से बड़े स्तर पर घर्षण होता है। इस टकराव और घर्षण से भूकंप आता है। जिसे 1-9 के दरम्यान रिश्टर स्केल पर गिना जाता है।
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