घटना उत्तरप्रदेश कि है जहां लोगों को बहला-फुसला कर या जोर-जबरदस्ती से धर्मांतरीत करवाना कानूनन अपराध है, फिर भी समाजकंटकों को यहां प्रशासन की कारवाइयों से कोई भय नहीं दिख रहा। बताया जा रहा है की, मुस्लिम युवक ने अपनी ही नाबलिग (15) भतीजी का मौलवी के मदद से मतांतरण अर्थात धर्मांतरण कराया और उसके साथ निकाह पढ़ लिया।
दरसल यह घटना लखनऊ के मोहनलालगंज कोतवाली की है। जहां पीडिता के भाई ने आरोपियों के खिलाफ मोहनलालगंज थाने में पहले ही शिकायत कर एफआईआर करवाई थी। अब इसी मामले में रविवार (11 अगस्त) के दिन मौलवी समेत 2 अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, ने 30 जून को बहराइच जनपद के फरवरपुर निवासी मुहम्मद अहमद और मुस्ताक अली के खिलाफ सुसंगत धाराओं के साथ एफआईआर दर्ज की थी। अपनी लिखित शिकायत में पीड़ित ने जानकारी दी है की उनके भाई की मृत्यु हो चुकी है, जिसके बाद प्रकरण में मुख्य आरोपी मुर्तजा ने अपनी ही भतीजी को प्रेमजाल में फंसा लिया। साथ ही उसे बहला फुसला का मौलवी मुस्ताक अली की मदद से उसका जबरन निकाह करवाया गया।
जानकारी मिली है की, आरोपीत मुर्तजा ने पीड़िता के साथ जबरन संबंध बनाए, जिससे नाबालिग गर्भावस्था में गयी और इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हुई। पुलिस ने बताया है की घटना के बाद 2 जुलाई को ही प्राथमिक आरोपी मुर्तजा अली को जेल भेज दिया है। जबकि आरोपी का पिता मु. अहमद और मौलवी मुस्ताक अली फरार हो गए थे। जबकि, शनिवार (10 अगस्त) देर रात पुलिस ने स्कॉलर स्कुल के पीछे खुजौली मार्ग पर आरोपी के पिता और मौलवी को गिरफ्तार कर लिया है।
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