24 C
Mumbai
Saturday, November 23, 2024
होमन्यूज़ अपडेटधाराशिव जिले में बारिश का कहर: सड़कें जलमग्न, टेरना तटों के गांवों...

धाराशिव जिले में बारिश का कहर: सड़कें जलमग्न, टेरना तटों के गांवों को एलर्ट!

दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण प्रशासन ने टेरना नदी के किनारे के गांवों को अलर्ट कर दिया है| बाढ़ के कारण कुछ गांवों में दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

Google News Follow

Related

धाराशिव जिले के टेरना नदी तटीय क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के कारण तीन तालुकाओं वाशी, कलंब और धाराशिव में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई है। 16 राजस्व मंडलों में भारी बारिश हुई है और कलांबा तालुका के इटकुर मंडल में सबसे ज्यादा 150 मिमी बारिश हुई है| धाराशिव ग्रामीण और उसके बाद इटकुर में 90 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण प्रशासन ने टेरना नदी के किनारे के गांवों को अलर्ट कर दिया है| बाढ़ के कारण कुछ गांवों में दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

मौसम विभाग के अनुसार भारी बारिश के कारण जिले के आठ तालुकाओं में से तीन में अधिकतम वर्षा दर्ज की गई है। सोमवार सुबह 10.30 बजे तक पिछले 24 घंटे में जिले में औसतन 53 मिलीमीटर बारिश हुई है| कलंब तालुका में सबसे अधिक 90 मिमी बारिश दर्ज की गई, उसके बाद वाशी तालुका में 72 मिमी और धाराशिव तालुका में 62 मिमी बारिश दर्ज की गई। लोहारा तालुका में सबसे कम 34 मिमी बारिश हुई है। उसके बाद उमरगा, तुलजापुर और परांडा तालुका में 38 मिलीमीटर बारिश हुई है|भूम तालुक में पिछले 24 घंटों में 44 मिमी बारिश दर्ज की गई है।

इन 16 मंडलों में भारी बारिश: पिछले 24 घंटे में जिले के 16 राजस्व सर्किलों में 65 मिलीमीटर से ज्यादा यानी भारी बारिश दर्ज की गई है| कलांब तालुका के इटकुर मंडल में सबसे अधिक 150 मिमी बारिश दर्ज की गई है, इसके बाद कलांब शहर और क्षेत्र में 103 मिमी बारिश दर्ज की गई है। धाराशिव ग्रामीण में 86 मिमी और जगजी मंडल में 70 मिमी बारिश हुई है|

नुकसान की तुरंत रिपोर्ट करें: विधायक पाटील-धाराशिव तालुका के टेरना बांध क्षेत्र के गांवों में नदियों और नालों में बाढ़ आ गई है| भारी बारिश और नदियों-नहरों में बाढ़ के कारण खेतों में पानी भर जाने से खरीफ फसलों को भारी नुकसान हो रहा है, लेकिन इस नुकसान की सूचना तुरंत फसल बीमा कंपनी को देनी होगी। भाजपा विधायक राणा जगजीत सिंह पाटिल ने अपील की है कि क्षतिग्रस्त किसान तुरंत बीमा कंपनी और प्रशासन को नुकसान की जानकारी दें, ताकि उन्हें सुरक्षित की गई फसलों का मुआवजा मिल सके|

यह भी पढ़ें-

केंद्र सरकार का बड़ा फैसला​: मुंबई-इंदौर के बीच नई रेलवे लाइन ​का​ प्रस्ताव!

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,297फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
193,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें