भारत और चीन के बीच सीमा विवाद जारी है| कई सालों तक यह विवाद सुलझ नहीं सका| इसके चलते पिछले कुछ सालों में दोनों देशों की सेनाओं के आमने-सामने आने की घटनाएं हो चुकी हैं|उस समय दोनों सेनाओं के बीच झड़प हुई, लेकिन अब संकेत मिल रहे हैं कि भारत और चीन सीमा विवाद सुलझ जाएगा|चीन ने पूर्वी लद्दाख से अपने सैनिक हटा लिए हैं|
चीन ने लद्दाख में गलवान समेत चार जगहों से सेना हटाने की बात कबूल कर ली है| चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच हुई बातचीत के बाद चीन ने अपने सैनिक वापस बुला लिए हैं|
चार स्थानों से वापसी: चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने शुक्रवार को कहा कि दोनों सेनाएं चार स्थानों से पीछे हट गयी हैं| सीमा पर स्थिति स्थिर है|दोनों देशों की सेनाओं ने भारत-चीन सीमा के पश्चिमी क्षेत्र में चार बिंदुओं से वापसी की प्रक्रिया पूरी कर ली है, जिसमें गलवान घाटी भी शामिल है|चीनी विदेश मंत्रालय की यह टिप्पणी शुक्रवार को जिनेवा में विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयान के बाद आयी है|
जयशंकर ने कहा था कि चीन के साथ सेना वापसी से जुड़े 75 फीसदी मुद्दे सुलझा लिए गए हैं| लेकिन सीमा पर बढ़ता सैन्यीकरण एक बड़ा मुद्दा है|
बातचीत पर जोर देंगे दोनों देश: चीन के विदेश मंत्रालय ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और वांग के बीच हुई मुलाकात का ब्यौरा देते हुए कहा कि भारत-चीन संबंधों में स्थिरता दोनों देशों के लोगों के दीर्घकालिक हित में है। इसलिए दोनों देशों में क्षेत्रीय शांति रहेगी|
चीनी और भारतीय सरकारें आपसी समझ बनाए रखने, विश्वास कायम करने, निरंतर संवाद बनाए रखने और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करेंगी। भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख से सैनिकों की पूरी वापसी का फैसला किया था।
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